रायगढ़ कोल माइंस हादसा: ब्लास्टिंग के दौरान एक मजदूर की मौत, दो गंभीर

राजेन्द्र देवांगन
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रायगढ़, छत्तीसगढ़। जिले के तमनार थाना क्षेत्र स्थित गारे-पेलमा कोल माइंस में शुक्रवार को ब्लास्टिंग के दौरान दर्दनाक हादसा हो गया। इस दुर्घटना में एक युवक की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि दो अन्य मजदूर गंभीर रूप से घायल हो गए हैं।

मृतक की पहचान ओडिशा के दासपुर निवासी 24 वर्षीय आयुष बिश्नोई के रूप में हुई है। वहीं, घायल मजदूरों में कोसमपाली गांव के 38 वर्षीय चंद्रपाल राठिया और झरना गांव के 43 वर्षीय अरुण लाल का नाम सामने आया है।

फायरिंग के दौरान हुआ हादसा, इलाके में मची अफरा-तफरी

प्रत्येक दिन की तरह माइंस क्षेत्र में ब्लास्टिंग का कार्य चल रहा था। उसी दौरान अचानक हुए विस्फोट की चपेट में ये मजदूर आ गए। घटना के बाद माइंस क्षेत्र में अफरा-तफरी मच गई। तत्काल घायल मजदूरों को प्राथमिक उपचार के लिए फोर्टिस अस्पताल, सावित्री नगर लाया गया, जहाँ से उन्हें गंभीर स्थिति में रायगढ़ रेफर किया गया है।

कंपनी की जिम्मेदारी और सुरक्षा मानकों पर उठे सवाल

खनन क्षेत्र में कार्यरत श्रमिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए ‘माइन्स एक्ट, 1952’ और ‘DGMS’ (Directorate General of Mines Safety) द्वारा कई सुरक्षा दिशा-निर्देश तय किए गए हैं। इन दिशा-निर्देशों के अंतर्गत ब्लास्टिंग से पूर्व क्षेत्र को खाली करना, मजदूरों को हेलमेट और सेफ्टी किट देना और इमरजेंसी रिस्पॉन्स टीम का होना अनिवार्य है।

इस घटना ने एक बार फिर यह सवाल खड़ा कर दिया है कि क्या खदान में कार्यरत कंपनियाँ इन नियमों का पालन कर रही हैं या नहीं? प्रारंभिक जानकारी के अनुसार, सुरक्षा संबंधी लापरवाही की आशंका से इनकार नहीं किया जा सकता।

प्रशासन की जांच शुरू, जिम्मेदारों पर होगी कार्रवाई

हादसे की जानकारी मिलते ही तमनार पुलिस मौके पर पहुंची और जांच प्रक्रिया शुरू कर दी है। मृतक के परिजनों को सूचना दे दी गई है और घायलों का इलाज जारी है। प्रशासन ने मामले को गंभीरता से लेते हुए कंपनी प्रबंधन से भी जवाब-तलब किया है।

यदि जांच में लापरवाही की पुष्टि होती है, तो संबंधित प्रबंधन के खिलाफ कानूनी कार्यवाही की जा सकती है। साथ ही मृतक के परिजनों को नियमानुसार मुआवजा दिलवाने की प्रक्रिया भी शुरू की जाएगी।

स्थानीय जनभावनाएँ और पर्यावरणीय चिंता

यह क्षेत्र पहले से ही खनन गतिविधियों और उससे जुड़ी पर्यावरणीय समस्याओं को लेकर सुर्खियों में रहा है। स्थानीय लोग लगातार माइंस से उठने वाली धूल, जल स्रोतों के प्रदूषण और स्वास्थ्य समस्याओं को लेकर चिंतित हैं। इस दुर्घटना ने उन आशंकाओं को और बल दे दिया है।


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