Bihar News : बिहार पुलिस करती रही इंतजार, कुख्यात नक्सली से नेता बने विनोद मरांडी ने कोर्ट में किया सरेंडर..!
कुख्यात नक्सली से नेता बने विनोद मरांडी ने कोर्ट में आत्मसमर्पण कर दिया है। हालांकि उसे गिरफ्तार करने के लिए सिविल लाइंस की पुलिस कोर्ट के बाहर घेराबंदी कर रखी थी लेकिन उनकी घेराबंदी काम नहीं आई और विनोद मरांडी ने चुपके से सरेंडर कर दिया। बताया जाता है कि विनोद मरांडी इससे पूर्व कई दफा जेल भेजे जा चुके हैं। वर्ष 2020 में वह गुरुआ विधानसभा से विधायकी का चुनाव भी लड़ चुके हैं। विनोद मरांडी पप्पू यादव की जन अधिकार पार्टी से भी जुड़े थे। किसी जमाने में जिले के नक्सल प्रभावित इलाकों में इसके नाम का जबरदस्त दहशत हुआ करता था। बीते दिनों आमस के सिहुली गांव के जमीन कारोबारी अनवर अली की हत्या मामले में भी नाम चर्चा में आया था।
पुलिस को थी विनोद मरांडी की तलाश
शहर की सिविल लाइंस थाने की पुलिस का कहना है कि आरोपी विनोद मरांडी कई मामलों में वांछित चल रहे थे। फिलहाल जिला पुलिस को गुरारू थाने में जमीन की रजिस्ट्री नहीं करने के मामले में वादी के घर में घुसकर मारपीट करने के मामले में पुलिस को सुधीर वर्मा उर्फ विनोद मरांडी की तलाश थी। सम्बंधित मामले में आदित्य कुमार अधिवक्ता ने 2022 में केस दर्ज कराया था। दर्ज कराए गए एफआइआर में आदित्य कुमार का कहना है कि उनके पिता ने गुरारू के मकान का एग्रीमेंट सुधीर वर्मा उर्फ विनोद मरांडी के नाम किया था लेकिन करार के मुताबिक जब रुपए नही दिए तो रजिस्ट्री करने से हम लोग इंकार कर दिया। इसके विरोध में विनोद मरांडी ने अपने अन्य दो साथियों के साथ मिलकर मारपीट की घटना को अंजाम दिया था।
कोर्ट के बाहर इंतजार करती रही पुलिस
सिविल लाइंस के इंस्पेक्टर पंकज कुमार का कहना है कि गुरारू में दर्ज मामले में विनोद मरांडी की गिरफ्तारी के लिए पुलिस कोर्ट के बाहर तैनात थी। सूचना थी कि विनोद मरांडी कोर्ट में आने वाला है। पुलिस की घेराबंदी की भनक लगते ही उसने कोर्ट में सरेंडर कर दिया
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