छत्तीसगढ़ दिव्यांग संघ के बैनर तले प्रदेश के दिव्यांग अपनी मांगो को लेकर रायपुर में प्रदर्शन कर रहे है। मंगलवार को अंतरराष्ट्रीय दिव्यांग दिवस (3 दिसंबर) के मौके पर दिव्यांगजन स्वाभिमान पैदल मार्च निकालकर सीएम हाउस जाने वाले थे लेकिन पुलिस ने सभी को इस दौरान लगातार दिव्यांग नारेबाजी करने और मंगलवार की रात उन्होंने सड़क में बिताई।
वही बुधवार को भी दिव्यांगों को टिकरापारा स्थित हरदेव लाला मंदिर में रोक कर रखा गया है। दिव्यांगों का कहना है कि जब तक उनकी मांगे पूरी नहीं होगी और वे अपना ज्ञापन मुख्यमंत्री को नहीं सौपेंगे तब तक वे रायपुर में ही रहेंगे।मंदिर परिसर में खुले में समय बिता रहे दिव्यांग।
सड़कों में बिताई रात दिव्यांग सेवा संघ के डोमन बया ने बताया कि हमें अरेस्ट किया गया है लेकिन पुलिस हमें कब तक अरेस्ट करके रखेगे। कब तक रोक रखेंगे । खुद मुख्यमंत्री ने कहा है कि हमारी मांग जायज़ है।
तो हमारी मांग को पूरा नही किया जा रहा है। पुलिस वालों ने कल दिन भर रोके रखा और रात भर दिव्यांगों ने सड़कों में रात बिताई। वे सोच रहे है कि आज भी हमें बंधक बनाकर रखेगे। लेकिन उनकी सोच गलत है। हम फिर से आवेदन देंगे और यही से आंदोलन कूच करते हुए सीएम हाउस के लिए रवाना होगे।
मंगलवार को रायपुर की सड़कों में दिव्यांगों ने रात बिताई।हम शरीर से कमजोर मन से नही बेमेतरा से प्रदर्शन में आए रामलाल साहू ने कहा कि हमने किसी भी प्रकार से कोई ज्ञापन नहीं सौंपा है। पुलिस प्रशासन ने हमें क्यों रोक रखा है वे हमें नहीं बता रहे है। पुलिस प्रशासन ने हमारा गंदा मजाक बनाकर रखा दिया है।
राम लाल ने कहा कि हम शरीर से कमजोर है लेकिन हम मन से कमजोर नहीं है। इसलिए हमारा आंदोलन जारी रहेगा ।समाज कल्याण विभाग के संचालक के कराई गयी मुलाकात राजधानी में डटे दिव्यांग जनों के प्रतिनिधिमंडल को आज समाज कल्याण विभाग के संचालक भुवनेश यादव से मुलाकात कराई गई। लेकिन दिव्यांगों का साफ कहना है कि आश्वासन से हमारा पेट नहीं भरने वाला है। जब तक हमारी मांग पूरा होने का आदेश नहीं मिलेगा तब तक वे राजधानी से नहीं जाएंगे।मंदिर में आश्रय लेकर खुद खाना बना रहे दिव्यांग राजनांदगांव से आई दुर्गा साहू ने बताया कि मंगलवार को टिकरापारा के साहू समाज की भवन में पुलिस ने कैद करके रखा था। लेकिन जिस भवन में वे ठहरे हुए थे वहां के पदाधिकारी ने भवन में शादी का कार्यक्रम है स्थान छोड़कर सभी चले जाए। जिसके बाद सभी ने रात सड़कों में बिताई है ।
दुर्गा साहू ने बताया कि सभी दिव्यांग मंदिर के परिसर में है और पुलिस भी हमें आगे जाने नही दे रही है। कल से सभी भूखे प्यासे थे इसलिए आज सभी ने पैसा जमा करके भोजन की व्यवस्था की है।दिव्यांग जनों की ये है मांगेसभी जगह पर काम करने वाले फर्जी प्रमाण पत्र के आधार पर दिव्यांग जनों का राज्य मेडिकल बोर्ड से दिव्यांगता का भौतिक परीक्षण कराकर फर्जी दिव्यांग शासकीय कर्मियों को बर्खास्त किया जाए।दिव्यांग जनों को प्रतिमाह 5 हजार रुपए मासिक पेंशन दिया जाए और बीपीएल की बाध्यता को खत्म किया जाए।
18 वर्ष से अधिक के अविवाहित दिव्यांग युवती और महिला को महतारी वंदन योजना का लाभ दिया जाए। दिव्यांगजन विशेष भर्ती अभियान चलाकर अति शीघ्र शासकीय पद निकलते हुए विज्ञापन जारी किया जाए। शासकीय दिव्यांग कर्मियों को पदोन्नति में चार प्रतिशत आरक्षण दिया जाए।
बेरोजगार दिव्यांगों को बिना गारंटर लोन दिलाया जाए और कोरोना के पूर्व दिए गए सभी लोन माफ किया जाए।
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