मकर संक्रांति के दिन स्नान और दान का विशेष महत्व है इस दिन दान करने से अक्षय पुण्य की प्राप्ति होती है।

राजेन्द्र देवांगन
3 Min Read

सवितर्क न्यूज, महेंद्र मिश्रा की कलम से

विक्रम संवत 2077 वर्ष 2021 का स्नान-दान और लोक कल्याण के पर्व मकर संक्रांति तारीख 14 जनवरी गुरुवार

इसके साथ ही मांगलिक कार्यों जैसे विवाह, मुंडन, गृह प्रवेश, सगाई आदि करने की अनुमति हो जाएगी। एक माह का खरमास भी इसके साथ ही समाप्त हो जाएगा। मकर संक्रांति के दिन स्नान और दान का विशेष महत्व बताया गया है। इस दिन दान करने से अक्षय पुण्य की प्राप्ति होती है। आइए जानते हैं कि मकर संक्रांति के दिन स्नान और दान का मुहूर्त क्या है? दान की विधि क्या है? क्या दान करें?
दान का है विशेष महत्व
मकर संक्रांति के दिन दान का विशेष महत्व है. इस दिन गरीबों को यथाशक्ति दान करना चाहिए. पवित्र नदियों में स्नान करें. इसके बाद खिचड़ी का दान देना विशेष फलदायी माना गया है. इसके अलावा गुड़-तिल, रेवड़ी, गजक आदि का प्रसाद बांटा जाता है.

_शुभ मुहूर्त
भगवान सूर्य 14 जनवरी दिन गुरुवार की सुबह 8 बजकर 30 मिनट पर धनु राशि से मकर राशि में प्रवेश करेंगे. इसी के साथ मकर संक्रांति की शुरुआत हो जाएगी. वहीं, दिन भर में पुण्य काल करीब शाम 5 बजकर 46 मिनट तक रहेगा. महापुण्य काल सुबह 8.30 से 10.15रहेगा. माना जाता है कि पुण्य काल में स्नान-दान करने से अक्षय फल की प्राप्ति होती है.

ये सामग्री दान करने की है मान्यता
सूर्यदेव को जल, लाल फूल, लाल वस्त्र, गेहूं, गुड़, अक्षत, सुपारी और दक्षिणा अर्पित की जाती है. पूजा के उपरांत लोग अपनी इच्छा से दान-दक्षिणा करते हैं. इस दिन खिचड़ी का दान भी विशेष महत्व रखता है|

ऐसे करें घर पर मकर संक्रांति की पूजा
– सुबह जल में गंगाजल, सुगंध, तिल, सर्वऔषधि मिलाकर स्नान करें. स्नान करने के दौरान गंगे च यमुने चैव गोदावरी सरस्वति। नर्मदे सिन्धु कावेरी जलऽस्मिन्सन्निधिं कुरु। इस मंत्र को पढ़े.

– भगवान विष्णु की पूजा करें, भगवान को तिल, गुड़, नमक, हल्दी, फूल, पीले फूल, हल्दी, चावल भेट करें. घी का दीप जलाएं और पूजन करें.

– इसके बाद सूर्यदेव को जल में गुड़ तिल मिलाकर अर्घ्य दें.

– जल में काले तिल, गुड़ डालकर पीपल को जल दें,

– जरूरतमंदों को तिल, गुड़, चावल, नमक, घी, धन, हल्दी जो भी भगवान को भेट किया वह दान कर दें.

– सूर्यपुराण, शनि स्तोत्र, आदित्यहृदय स्तोत्र, विष्णु सहस्रनाम का पाठ करना लाभकारी रहेगा.

Share this Article

You cannot copy content of this page