छत्तीसगढ़ के बस्तर संभाग के नारायणपुर जिले के अबूझमाड़ इलाके में पुलिस और नक्सलियों के बीच रुक-रुक कर मुठभेड़ जारी है. इस मुठेभड़ में डीआरजी का जवान बीरेंद्र कुमार सोरी नक्सलियों से लोहा लेते हुए शहीद हो गया है. वहीं, कई जवानों के घायल होने की भी जानकारी सामने आ रही है. जवान के शहीद होने की जानकारी अधिकारियों ने दी है.
नक्सलियों के कोर इलाके में हुई मुठभेड़
अबूझमाड़ के जंगलों में पुलिस नक्सलियों के बीच मुठभेड़ जारी है. नक्सलियों पर कार्रवाई करने के लिए जिला नारायणपुर से डीआरजी नारायणपुर, डीआरजी कोंडागांव तथा बीएसएफ की संयुक्त पार्टी अबूझमाड़ क्षेत्र में रवाना हुई थी. पुलिस और नक्सलियों के बीच यह मुठभेड़ टेकमेटा के घने जंगलों के बीच में हुई है. यह इलाका नक्सलियों का कोर इलाका है. जहां बांस के जंगल और पहाड़ियों के बीच में जवान शहीद हो गया. गारपा या होरादी कैंप से निकालकर शहीद जवान के पार्थिव शरीर को जिला मुख्यालय लाया जायेगा.
जानकारी के मुताबिक, सुरक्षा बलों की टीम और नक्सलियों के बीच रुक-रुक कर लगातार फायरिंग हो रही थी. इसी दौरान नक्सलियों से लोहा लेते हुए डीआरजी का जवान बिरेंद्र कुमार सोरी शहीद हो गया. जवान की मौत से पूरे पुलिस कैंप में गम का माहौल है. सयुक्त जवानों का दल अब भी नक्सलियों के कोर इलाके में नक्सलियों से लोहा लेने इलाके में सर्च अभियान चला रहा है.
2010 में भर्ती हुए थे शहीद जवान बिरेंद्र सोरी
डीआरजी नारायणपुर के प्रधान आरक्षक बिरेंद्र कुमार सोरी मुठभेड़ में गंभीर रूप से घायल हो गए. इसके कुछ ही देर बाद मौके पर ही उन्होंने दम तोड़ दिया. मौके पर मौजूद जवान बिरेंद्र सोरी के शव को लेकर कैंप पहुंचे. शहीद जवान बिरेंद्र कुमार सोरी 2010 में छत्तीसगढ़ पुलिस में भर्ती हुए थे. शहीद जवान की उम्र 36 साल थी. जानकारी के मुताबिक, वे कांकेर के नरहरपुर के रहने वाले थे. साल 2018 में नक्सल ऑपरेशन में वीरतापूर्ण कार्य के लिए क्रम से पूर्व प्रधान आरक्षक के पद पर पदोन्नत हुए थे. फिलहाल पुलिस के जवानों द्वारा गश्त एवं सर्च अभियान अभी भी जारी है. रुक-रुककर जवानों की नक्सलियों से मुठभेड़ चल रही है.
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