बाघ दिखने की बात सुन डरगए लाेग: वन विभाग और पुलिस की टीम ढूंढती रही टाइगर,मगर निकली अफवाह, DFO बोले FIR करवाएंगे

राजेन्द्र देवांगन
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बुधवार की दोपहर रायपुर के रिहायशी इलाके में बाघ दिखने की खबर फैली। इलाके के लोग डर गए। वॉट्सअप पर कुछ तस्वीरें वायरल करने लगे। दावा करने लगे कि इसी इलाके की तस्वीरें हैं। तस्वीरें देखकर डर का माहौल और पुख्ता होने लगा। कुछ लोगों ने फौरन पुलिस को खबर दी दोनों ही विभाग के लोग मौके पर पहुंचे। इलाके की घेराबंदी की गई।

स्थानीय लोग एक दूसरे को घरों में ही रहने की सलाह दे रहे थे। काफी देर तक मशक्कत करने के बाद वन विभाग ने पाया कि बाघ की सिर्फ अफवाह ही फैली थी। इलाके में कोई बाघ नहीं आया। ये पूरा मामला शहर के सेरीखेड़ी का है।

फॉरेस्ट और पुलिस के साथ स्थानीय लोगा भी बाघ ढूंढते रहे।

फॉरेस्ट और पुलिस के साथ स्थानीय लोगा भी बाघ ढूंढते रहे।

कुछ स्थानीय लोगों ने बताया कि इलाके की एक बच्ची ने मोबाइल पर बाघ की तस्वीर दिखाकर इशारों में बताया कि उसे बाघ दिखा है। वो बच्ची सुन-बोल नहीं सकती। ग्रामीणों ने भी बात पर यकीन कर लिया और माहौल गहमा-गहमी भरा बन गया। दोपहर होते होते स्थिति स्पष्ट हुई और वन विभाग ने भी अब बाघ आने की इस खबर को फेक न्यूज़ बताया है।

बाघ नहीं अफवाह घूम रही थी DFO लोकनाथ पटेल ने बताया कि बाघ या तेंदूआ देखे जाने की बात सिर्फ अफवाह थी । स्थानीय लोगों ने एक दूसरे के बीच खबर फैला दी और मगर हमें जब खबर मिली तो विभाग की टीम ने जाकर चेक किया। अब ये अफवाह को किसने फैलाई, इसकी जांच करने हमने पुलिस को भी कहा है। ऐसी अफवाह फैलाने वालों के खिलाफ FIR करवाई जाएगी। DFO ने बताया कि दो महीने पहले भी इसी तरह रायपुर में बाघ दिखने की किसी ने खबर फैलाई। आधी रात वन विभाग की टीम पिंजरा लेकर बाघ रायपुर में ढूंढ रही थी, ये भी अफवाह निकली थी।

ये तस्वीर लोगों के पास पहुंचे बाघ दिखने के दावे के साथ।

ये तस्वीर लोगों के पास पहुंचे बाघ दिखने के दावे के साथ।

100 किलोमीटर दूर असल मौजूदगी रायपुर के करीब 100 किलोमीटर दूर बलौदाबाजार जिले में बाघ की मौजूदगी मिली थी। लगभग 8 दिन पहले बारनवापारा अभ्यारण से भटककर बाघ कलडोल आ पहुंचा था। वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची। रायपुर से भी वन विभाग के अफसर गांव में पहुंचे थे। 9 घंटे के कड़ी मशक्कत के बाद कसडोल नगर के पारस नगर के आसपास बाघ को रेस्क्यू किया गया। इसे जंगल में वापस छाेड़ दिया गया था।

छत्तीसगढ़ में 2 दिन में टाइगर से जुड़ी 2 अच्छी खबरें आई हैं। अचानकमार टाइगर रिजर्व एरिया (ATR) में पर्यटकों को शनिवार बाघ नजर आया है। वहीं, सोमवार को सरकार ने गुरु घासीदास राष्ट्रीय उद्यान और तैमोर पिंगला अभयारण्य को मिलाकर गुरु घासीदास-तमोर पिंगला टाइगर रिजर्व बनाने की अधिसूचना जारी कर दी है।

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