विरोध:आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं का प्रदर्शन ,,,बोलीं-सरकार जो कहती है हम करते हैं ,,,, अब हमारी भी सुने
छत्तीसगढ़ के बस्तर में 6 सूत्रीय मांगों को लेकर आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और सहायिकाओं ने धरना दिया है। हर ब्लॉक के महिला एवं बाल विकास विभाग कार्यालय के सामने सैकड़ों कार्यकर्ता लामबंध हुए। अपनी मांगों को लेकर एक दिवसीय धरना प्रदर्शन किया। कार्यकर्ताओं ने कहा कि, सरकार जो काम करने कहती है हम करते हैं, अब हमारी भी सुने।
दरअसल, बुधवार को संभाग के बस्तर, दंतेवाड़ा समेत सातों जिलों में आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और सहायिकाओं ने विरोध प्रदर्शन किया। मांग पूरी करने के लिए रैली निकाली गई। कार्यकर्ताओं ने कहा कि प्रदेश में 46660 आंगनबाड़ी केंद्र और 5814 मिनी आंगनबाड़ी केंद्र हैं। जिनमें लगभग 1 लाख कार्यकर्ता और सहायिका कार्य करते हैं। पिछले कई महीनों से अपनी मांगों को पूरा करने के लिए रैली, धरना समेत अधिकारियों को ज्ञापन भी सौंप चुके हैं। लेकिन मांग पूरी नहीं हुई है।
यह है प्रमुख मांग शिक्षाकर्मियों की तरह आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और सहायिकाओं के लिए भी नीति बनाकर शासकीय कर्मचारी घोषित किया जाए।सामाजिक सुरक्षा के रूप में सामाजिक पेंशन और समूह बीमा योजना हेतु नीति निर्धारित कर लागू की जाए।
आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को सुपरवाइजर के रिक्त पदों पर बीना किसी उम्र बंधन के बीना परीक्षा के लिया जाए।
मिनी आंगनबाड़ी को पूर्ण आंगनबाड़ी बनाई जाए।
प्रदेश स्तर पर रिक्त आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और सहायिका के पदों पर भर्ती की जाए। पोषण ट्रैकर ऐप और अन्य कोई भी कार्य जो मोबाइल पर किए जाते हैं, वे तब तक न दें जब तक मोबाइल और नेट रिचार्ज न किया जाए।
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