छत्तीसगढ़ का मौसम बदल रहा है। प्रदेश में कुछ इलाकों में फिर से ठंडी का अहसास होने वाला है। रायपुर, बिलासपुर, दुर्ग और सरगुजा संभाग में तीन दिनों तक अलग-अलग स्थानों पर तेज आंधी और बारिश की संभावना है। जिन इलाकों में बारिश होगी, वहां दिन और रात के तापमान में दो से तीन डिग्री तक गिरावट हो सकती है। रायपुर मौसम विभाग ने जानकारी दी कि राज्य के दक्षिण छत्तीसगढ़ से ओडिशा मध्य तक टर्फ लाइन एक्टिव है। वहीं वेस्टर्न डिस्टरबेंस के असर से आंधी और बारिश की संभावना बढ़ी है। इसके चलते प्रदेशके चारों संभाग में बारिश अलग-अलग दिनों में होगी।
तीन दिन कहां-कहां बारिश की संभावना
छत्तीसगढ़ में आज 20 मार्च को रायपुर, बिलासपुर, सरगुजा और दुर्ग संभाग के जिलों में बारिश के आसार हैं। जबकि 21 मार्च दिन शुक्रवार को भी इन्हीं संभाग के जिलों में गरज चमक और बौछारें पड़ने के आसार हैं। साथ ही कई जिलों में आंधी चलने का अलर्ट भी जारी किया गया है। 22 मार्च को बस्तर, बिलासपुर, दुर्ग और रायपुर में हल्की बारिश की संभावना है। इसी के साथ ही करीब दो डिग्री तक तापमान में गिरावट भी दर्ज की जा सकती है।
तीन दिन कहां-कहां बारिश की संभावना
छत्तीसगढ़ में आज 20 मार्च को रायपुर, बिलासपुर, सरगुजा और दुर्ग संभाग के जिलों में बारिश के आसार हैं। जबकि 21 मार्च दिन शुक्रवार को भी इन्हीं संभाग के जिलों में गरज चमक और बौछारें पड़ने के आसार हैं। साथ ही कई जिलों में आंधी चलने का अलर्ट भी जारी किया गया है। 22 मार्च को बस्तर, बिलासपुर, दुर्ग और रायपुर में हल्की बारिश की संभावना है। इसी के साथ ही करीब दो डिग्री तक तापमान में गिरावट भी दर्ज की जा सकती है।
तापमान में आई गिरावट
प्रदेश में हवा के साथ आ रही नमी के चलते रायपुर और बिलासपुर में जहां दिन का पारा 40 डिग्री के पास पहुंच गया था। उसमें अब गिरावट दर्ज की गई है। बीते दिन बुधवार को दिन का पारा 38 डिग्री रिकॉर्ड किया गया। वहीं प्रदेश में सबसे कम तापमान में अंबिकापुर में 14 डिग्री रिकॉर्ड किया गया। बीते दिन प्रदेश में मौसम ड्राई रहा है।
रायपुर में आज का कैसा रहेगा मौसम
रायपुर में अगले दो दिनों तक बादल रहने की संभावना है। जहां गरज-चमक के साथ आज बारिश की संभावना मौसम विभाग ने जताई है। इसी तरह प्रदेश के अलग-अलग जिलों में भी बारिश के आसार हैं।
बंगाल की खाड़ी से आ रही नमी
प्रदेश में बदले मौसम के मिजाज का प्रमुख कारण यह भी बताया जा रहा है, बंगाल की खाड़ी से आ रही नमी वाली हवा और पश्चिमी विक्षोभ का असर है। इससे प्रदेश में बारिश, तेज आंधी और वज्रपात की संभावना है। वहीं मौसम विभाग में ओलावृष्टि की संभावना है। इतना ही नहीं एक पश्चिमी विक्षोभ अफगानिस्तान के ऊपर एक्टिव है। यह 5.8 से 7.6 किलोमीटर ऊंचाई तक फैला हुआ है। इसका असर प्रदेश में भी हुआ है। एक द्रोणिका ओडिशा से होकर कर्नाटक और दूसरी मराठवाड़ा से तमिलनाडु तक एक्टिव है। यह समुद्र तल से 0.9 किलोमीटर की ऊंचाई पर मौजूद है। इसके अलावा एक और अन्य द्रोणिका ओडिशा के मध्य भाग से एक्टिव है। यह दक्षिणी छत्तीसगढ़ और दक्षिणी विदर्भ तक फैला हुआ है।