। ओडि़सा और अन्य क्षेत्रों से गांजा की तस्करी किए जाने के मामले जारी है। दीपका में एक वाहनों में सवा दो क्विंटल गांजा बीती रात मिला है। हालांकि इस मामले में कोई आरोपी पुलिस के हत्थे नहीं चढ़ा। वाहन चालक गाड़ी छोडक़र फरार हो गया। इस बारे में आवश्यक जानकारी जुटाने का काम पुलिस कर रही है।
खबर है कि रात्रि 1 बजे के आसपास दीपका चौक पर पुलिस कर्मी निर्मल मरकाम और विष्णु पाटले ड्यूटी कर रहे थे। रात्रि कालीन जिम्मेदारी मिलने पर पुलिस कर्मी यहां की गतिविधियों पर नजर रखे हुए थे। इस दौरान तेज रफ्तार से जाइलो कार यहां से गुजरी। चेक प्वाइंट पर पुलिस ने इन्हें रूकने का इशारा किया लेकिन इन पर कोई असर नहीं हुआ। गाडिय़ों के यहां से गुजरने के समय इनकी रफ्तार काफी ज्यादा थी। पुलिस कर्मी किसी तरह इनकी चपेट में आने से बचे। उन्होंने घटनाक्रम के तरीकों को देखते हुए यही कयास लगाया कि वाहनों में डीजल चोर हो सकते हैं, क्योंकि पिछले काफी समय से इस तरह की गतिविधियां दीपका, कुसमुंडा क्षेत्र में चल रही रही है। बताया जाता है कि वाहनों में मौजूद लोग इस क्षेत्र से अनजान थे। जहां उनकी मंजिल थी, उसके बारे में स्थानीय रास्ते की जानकारी उन्हें नहीं दी। ऐसे में कुछ दूर आगे जाने के बाद वाहन वापस उसी दिशा में लौटाए गए। दीपका कालोनी को जाने वाले मार्ग पर क्रासिंग से पहले ब्रेकर पर वाहन 3 फीट ऊंचाई में उछल गए। आगे लगे अवरोधक से वाहन जा भिड़ा और बंद हो गया। संभावित खतरे को भांपकर वाहन को मौके पर छोड़ चालक मौके से निकल भागा। वाहन में उसके अलावा और कौन मौजूद थे, इसकी कोई जानकारी नहीं मिली। खबर है कि चेक प्वाइंट से लापरवाही पूर्वक निकलने वाले वाहनों की तलाश पुलिस ने तेज कर दी। कुछ घंटे बाद पुलिस ने वाहन को क्षतिग्रस्त स्थति में पाया। तलाशी लेने पर कई पैकेट में गांजा पाया गया। अधिकारियों को इसकी जानकारी दी गई। वजन आदि की प्रक्रिया करने पर पता चला की वाहन में गांजा की मात्रा दो क्विंटल 10 किलो है। इसे 25 लाख के आसपास का आंका गया है। स्थानीय पुलिस ने अज्ञात आरोपियों के खिलाफ एनडीपीएस एक्ट की धारा 20 बी के अंतर्गत प्रकरण पंजीबद्ध कर लिया है। संदिग्धों के बारे में जानकारी जुटाई जा रही है।
पहले भी पकड़े जा चुके तस्करी के मामले
छत्तीसगढ़ के रास्ते मध्यप्रदेश, महाराष्ट्र और कई राज्यों को गांजा की तस्करी किए जाने का काम काफी समय से चल रहा है। ओडि़सा के कई इलाकों में बड़े पैमाने पर गांजा की खेती अवैध रूप से की जाती है और इसे अन्य क्षेत्रों में खपाया जाता है। कोरबा, जांजगीर-चांपा के जरिये तस्करों ने अपने नेटवर्क को मजबूत कर रखा है। दीपका क्षेत्र में अचानक वाहन खराब होने से दो क्विंटल से अधिक गांजा पुलिस के हत्थे चढ़ गया। इससे पहले भी गांजा तस्करी के अनेक मामले पूर्व में प्रकाश में आये है और इनमें जेल का रास्ता दिखाया गया।

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