महासमुंद। छत्तीसगढ़
महासमुंद जिले में वन विद्यालय के लिए आरक्षित खसरा नंबर 102/4 की बजाय गलती से 102/5 जमीन खरीदी–फरोख्त का मामला फिर गरमाया। जिला शिक्षा अधिकारी मोहन राव सावंत ने मोंगरापाली के प्रभारी प्राचार्य विकास साहू और साराडीह प्राथमिक शाला की शिक्षिका भारती चंद्राकर को कारण बताओ नोटिस जारी कर तीन दिन में जवाब तलब किया है।
जांच समिति में पटवारी की एंट्री पर उठे सवाल
अनुविभागीय अधिकारी राजस्व ने विवादित लेनदेनों की छानबीन के लिए पांच सदस्यीय जांच समिति गठित की है, जिसमें पटवारी खम्मनलाल साहू को भी शामिल किया गया है। खम्मनलाल पर आरोप है कि उन्होंने नक्शा तैयार करते समय जमीन की नयी सटीक नगरीय रेखांकित की। लेकिन राजस्व विभाग ने अभी तक पटवारी के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की, उल्टे उसे ही जांच समिति में रख दिया।
निष्पक्ष जांच पर उठे गंभीर सवाल
पटवारी ही जांच समिति का हिस्सा होने के फैसले ने जांच की निष्पक्षता पर शक खड़े कर दिए हैं। ग्रामीणों और अभिभावकों ने आरोप लगाया कि जब असली दोषी को ही जांच से जोड़ा जाए, तो न्याय कैसे हो पाएगा?
आगे की प्रक्रिया
दोनों शिक्षाकर्मियों और जांच समिति को स्पष्ट जवाब मिलने के बाद ही अंतिम कार्रवाई तय की जाएगी। विभागीय वरिष्ठ अधिकारियों ने कहा है कि यदि नोटिस का संतोषजनक जवाब नहीं आया, तो नियमों के तहत कठोर अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी।