प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज ने सरकार पर उन्हे टारगेट करने का आरोप लगाया है।
झीरम घाटी हमले कीृ जिक्र करते हुए प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज ने सरकार पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने अपने निवास के बाहर संदिग्ध परिस्थितियों में तैनात पुलिसकर्मियों को लेकर आशंका जताई और सरकार पर जासूसी कराने का आरोप लगाया।
बैज ने कहा कि उन्हें इस सरकार पर भरोसा नहीं है क्योंकि झीरम घाटी कांड इसी शासन में हुआ था और राजनीतिक फायदे के लिए यह सरकार किसी भी हद तक जा सकती है।
राजीव भवन में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान बैज ने सरकार पर ये आरोप लगाए हैं।
रायपुर में कांग्रेस मुख्यालय में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में पीसीसी अध्यक्ष दीपक बैज ने कहा कि, मैं लगातार कह रहा हूं कि अगला टारगेट कौन होगा? क्योंकि मैं जनता की लड़ाई लड़ता हूं, सरकार के खिलाफ मुखर हूं और एक आदिवासी नेता हूं।” उन्होंने कहा कि उनके निवास के आसपास संदिग्ध पुलिसकर्मी तैनात किए गए हैं, जिससे यह स्पष्ट होता है कि उनकी जासूसी की जा रही है।
हमारे घर की पुलिस से रेकी करायी जा रही है। हमारे घर में कौन जीता हुआ जनप्रतिनिधि आ रहा है उसकी निगरानी की जा रही है। बैज ने सवाल उठाया कि दंतेवाड़ा के एडिशनल एसपी किसके इशारे पर काम कर रहे है। उन्होंने कहा कि यह सरकार बंदूक की नोक पर चुनाव जीतना चाहती है और यह लोकतंत्र के लिए सबसे बड़ा खतरा है।
पुलिस-प्रशासन का दबाव बनाकर और धन-बल का इस्तेमाल कर जनपद और जिला पंचायतों में अध्यक्ष बनाने की कोशिश हो रही है। उन्होने कहा कि मौजूदा सरकार में कोई पारदर्शिता नहीं है।
प्रेस कॉन्फ्रेंस के तुरंत बाद प्रदर्शन के लिए निर्देश जारी किए गए हैं। ED के नाम पर कांग्रेस नेताओं को प्रताड़ित किया जा रहा।प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान बैज ने प्रवर्तन निदेशालय (ED) की कार्रवाई को भी लेकर कहा कि 25 फरवरी को ईडी की टीम कांग्रेस कार्यालय पहुंची और कुछ जानकारियां मांगी। कांग्रेस नेताओं ने 27 फरवरी को जब जवाब जमा किया तो उन्हें घंटों तक बैठाकर रखा गया।
बैज ने कहा कि सुकमा कांग्रेस कार्यालय की जानकारी मांगने के बहाने कांग्रेस महासचिव मलकीत सिंह गैदू से निजी सवाल पूछे गए, जिसमें उनके वाहन और आय से संबंधित जानकारी भी शामिल थी।
बैज ने आरोप लगाया कि विपक्ष के आदिवासी नेताओं को टारगेट किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि इससे पहले कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कवासी लखमा और अमरजीत भगत को भी निशाना बनाया गया था। उन्होंने सवाल उठाया कि भाजपा का कुशाभाऊ ठाकरे परिसर 100-150 करोड़ का है, लेकिन उसकी जांच क्यों नहीं होती? उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा ने 1 रुपये प्रति वर्गफुट की दर से ज़मीन लेकर अपने जिला कार्यालय बनाए, लेकिन उस पर कोई कार्रवाई नहीं होती।
बैज ने कहा कि कांग्रेस कार्यकर्ता इस राजनीतिक उत्पीड़न के खिलाफ सड़कों पर उतरेंगे। उन्होंने घोषणा की कि
1 मार्च को प्रदेश भर में जिले स्तर पर ED के खिलाफ पुतला दहन किया जाएगा।
3 मार्च को ED कार्यालय के सामने कांग्रेस कार्यकर्ता प्रदर्शन करेंगे। उन्होंने कहा, हम ना डरे थे, ना डरने वाले हैं। चाहे हमें जेल में डाल दो या गोली मार दो, हमारी लड़ाई जारी रहेगी। कांग्रेस अध्यक्ष ने साफ किया कि वे लोकतंत्र को बचाने की लड़ाई लड़ रहे हैं और सरकार की दमनकारी नीतियों के खिलाफ आवाज उठाते रहेंगे।

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