नई दिल्ली। भारत आज 26 जनवरी 2025 को अपना 76वां गणतंत्र दिवस पूरे हर्षोल्लास के साथ मना रहा है। इस अवसर पर कर्तव्य पथ पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू राष्ट्रीय ध्वज फहराएंगी। गणतंत्र दिवस समारोह में इंडोनेशिया के राष्ट्रपति प्रबोवो सुबियांतो बतौर मुख्य अतिथि शामिल होंगे। इस भव्य आयोजन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और विपक्ष के नेता राहुल गांधी सहित अन्य गणमान्य हस्तियां उपस्थित रहेंगी।
परेड में पहली बार दिखेगी प्रलय मिसाइल
इस वर्ष गणतंत्र दिवस की थीम ‘गोल्डन इंडिया – हेरिटेज एंड डेवलपमेंट’ निर्धारित की गई है। परेड की शुरुआत 300 पारंपरिक कलाकारों द्वारा ‘सारे जहां से अच्छा’ की धुन के साथ होगी। इसके बाद 5,000 कलाकार कर्तव्य पथ पर भारत की समृद्ध विरासत, विकास और संस्कृति को प्रदर्शित करेंगे। पहली बार परेड में स्वदेशी प्रलय मिसाइल का प्रदर्शन किया जाएगा। वहीं, फ्लाईपास्ट में राफेल और सुखोई सहित 40 युद्धक विमान भारतीय वायुसेना की शक्ति का प्रदर्शन करेंगे।
31 झांकियों में झलकेगी भारत की विविधता
इस वर्ष परेड में कुल 31 भव्य झांकियां प्रस्तुत की जाएंगी, जिनमें काशी के महाकुंभ की झलक विशेष आकर्षण होगी। छत्तीसगढ़ की झांकी ‘स्वर्णिम भारत – विरासत और विकास’ थीम पर आधारित होगी, जबकि मध्यप्रदेश की झांकी में ‘चीतों की वापसी की कहानी’ को प्रदर्शित किया जाएगा।
विशेष अतिथियों का सम्मान
गणतंत्र दिवस समारोह में इस बार देशभर से लगभग 10,000 विशेष अतिथियों को आमंत्रित किया गया है। इनमें पैरालंपिक खिलाड़ी, उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले गांवों के सरपंच, हथकरघा कारीगर, वन्यजीव संरक्षण कार्यकर्ता एवं विभिन्न क्षेत्रों के प्रतिष्ठित व्यक्ति शामिल हैं।
भारत के गणतंत्र दिवस समारोह में इस बार परंपरा और आधुनिकता का अनूठा समागम देखने को मिलेगा, जो देश की समृद्धि और प्रगति का प्रतीक बनेगा।
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