Chhattisgarh: ठेकेदार की मनमानी से ओव्हरब्रिज का सुधार नहीं, दूसरी बार धंसने की कगार पर…!
जांजगीर चांपा । चांपा बिर्रा आरओबी की मरम्मत के लिए बिलासपुर का ठेकेदार बृजेश अग्रवाल ने इतनी घटिया रेलवे ओवरब्रिज बनाई कि वह दूसरी बार धंसने की कगार पर है। सेतु विभाग के एसडीओ वर्मा ने उसे ब्रिज की मरम्मत के लिए कहा तो वह आनाकानी कर रहा है। ऐसे में सेतु विभाग के अधिकारी अब दूसरे ठेकेदार का मुंह ताक रहे हैं। ताकि बदहाल ब्रिज गिरे न और काम बन जाए। ऐसे में ब्रिज में पार कर रहे लोगों को खतरे के बीच से होकर गुजरना पड़ेगा। यहां दिलचस्प बात यह भी है कि घटिया ब्रिज बनाने वाले ठेकेदार के खिलाफ प्रशासन किसी तरह का एक्शन नहीं ले रहा है। जिसका खामियाजा यहां से गुजर रहे लोगों को कभी भी भुगतना पड़ सकता है। आपको बता दें कि 54 करोड़ के इस ब्रिज के निर्माण में ठेकेदार ने खुलकर भ्रष्टाचार किया है। वहीं सेतु विभाग के अधिकारी मुंह ताकते रह गए। पहले तो ब्रिज चंद दिनों में भर-भराकर गिर पड़ा। अब दूसरी बार मरम्मत कराई भी तो आधा अधूरा। अब यहां पर बड़ा सवाल यह है कि ब्रिज पार कर रहे लोगों को जान का डर सता रहा है। क्योंकि कोरबा रोड साइड के ब्रिज धंसने लगा है। यहां से गुजरने से लोगों को जान जोखिम में डालकर आवागमन करना पड़ रहा है। क्योंकि ब्रिज डैमेज हो चुका है। भ्रष्टाचार की सीमा पार चांपा बिर्रा आरओबी निर्माण करने वाले ने भ्रष्टाचार की हदें पार कर दी है। इसके बाद भी उसके खिलाफ जिला प्रशासन किसी तरह का एक्शन नहीं ले रहा है। जिससे साफ जाहिर हो रहा है कि विभागीय अधिकारी उससे मिले हुए हैं। यही वजह है कि वह न तो ब्रिज की मरम्मत कराने रुचि ले रहा है और न ही उसे किसी तरह की कार्रवाई का डर है। इधर, सेतु विभाग के एसडीओपी आरके वर्मा का कहना है कि ठेकेदार ब्रिज की मरम्मत के लिए तैयार नहीं हो रहा है। जिसके चलते दूसरा ठेकेदार को मरम्मत के लिए तैयार किया जा रहा है।
Editor In Chief