छत्तीसगढ़ के लोग अब आसानी से अपने आइडिया को डेवलप कर सकेंगे। इसके लिए प्रदेश का पहला इनोवेशन हब (आई-हब) तैयार किया जाएगा।
इस आई-हब में रजिस्ट्रेशन के बाद कोई भी लैब सहित अन्य संसाधनों का उपयोग कर अपना आइडिया डेवलप कर सकेंगे। इस हाई-हब की सबसे खास बात.यानी छोटे बच्चे से लेकर ऐसे बुजुर्ग, जिनके पास कोई भी यूनिक आइडिया हो या फिर किसी समस्या को दूर करने का उपाय होगा, वो यहां अपना रजिस्ट्रेशन करा सकेंगे। यहां वे अपने आइडिया को एक्सपर्ट के मेंटरशिप में डेवलप करेंगे।
इसके बाद उन्हें इंडस्टि्रयल सपोर्ट उपलब्ध कराया जाएगा। साथ ही यदि स्टार्टअप शुरू करना होगा तो इसके लिए फंडिंग की सुविधा भी उपलब्ध कराई जाएगी। इनोवेशन हब के लिए नया रायपुर में जमीन तलाशी जा रही है।वहीं, डिप्टी सीएम व तकनीकी शिक्षा मंत्री विजय शर्मा ने कहा कि राज्य ऐसे युवा, जिनके पास इनोवेशन है, उन्हें मंच प्रदान करने के लिए रायपुर में जल्द ही नया संस्थान शुरू होने वाला है।
इसके लिए युवाओं को पंजीयन कराना होगा। उन्होंने कहा कि पंजीयन होते ही उन्हें ट्रेंड करेंगे, साथ ही सभी तरह के संसाधन देंगे। इसके लिए अहमदाबाद में संचालित आई-हब से एमओयू हो गया।
अहमदाबाद के आई-हब में 10 लाख रुपए तक की मिलती है मदद आई-हब अहमदाबाद में वर्तमान में कई तरह के प्रोग्राम संचालित हैं। इसमें सबसे पहला है स्टार्टअप सृजन।
इसके तहत किसी आइडिया से प्रोडक्ट तैयार करने, प्रोटोटाइप तैयार करने और मार्केट तक ले जाने के लिए 2.50 लाख से लेकर 10 रुपए तक का फाइनेंशियल सपोर्ट किया जाता है।इसके साथ ही यहां माइंड टू मार्केट, वी स्टार्ट, स्टार्टअप ग्रो, स्टार्टअप सारथी, स्टार्टअप सक्षम, स्टार्टअप मानक, स्टार्टअप प्रसन्ना, स्टार्टअप मार्ट, स्टार्टअप गूंज, स्टार्टअप समाज, स्टार्टअप समर्थ, स्टार्टअप इंगेज, स्टार्टअप क्लिनिक जैसे प्रोग्राम संचालित किए जा रहे हैं। रायपुर के इनोवेशन हब चलाने के लिए आई-हब अहमदाबाद के साथ एमओयू किया जाएगा।
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