कोरबा 28 नवंबर 2024। छत्तीसगढ़ कांग्रेस नगरीय निकाय और पंचायत चुनाव को लेकर एक्शन मोड पर नजर आ रही है। विधानसभा और लोकसभा चुनाव में करारी हार के बाद पीसीसी चीफ जिला स्तर पर कांग्रेस कमेटी की बैठक लेकर एकजुटता का पाठ पढ़ा रहे है। लेकिन सत्ता में रहते पार्टी में व्याप्त कलह का दर्द आज भी बड़े नेता भुलाये नही भूल पा रहे है। जीं हां कुछ ऐसा ही नजारा कोरबा में देखने को मिला। यहां पीसीसी चीफ कांग्रेस कमेटी की बैठक लेने पहुंचे थे। लेकिन बैठक के दौरान ही पूर्व मंत्री जयसिंह अग्रवाल का दर्द छलक पड़ा। उन्होने मंच से कह दिया…..“15 साल के बाद सरकार बनी थी, चाहते तो सरकार को संभाल कर रखा जा सकता था….और भी आगे सरकार बन सकती थी। लेकिन सारी परिस्थितियां कोरबा के कांग्रेस के साथी भली-भांति जानते है….कि किन परिस्थतियों में कोरबा के कांग्रेस के साथ दुर्वयवहार हुआ।” गौरतलब है कि आगामी जनवरी माह में छत्तीसगढ़ में नगरीय निकाय और पंचायत चुनाव होने है। चुनाव को लेकर जहां सरकार ने तैयारियां शुरू कर दी है। वहीं दूसरी तरफ सत्ता से बाहर हुई कांग्रेस पार्टी अपनी साख बचाने के लिए एक बार फिर निकाय और पंचायत चुनाव में ताकत दिखाने की जुगत में जुटी हुई है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज जिला स्तर पर कांग्रेस कमेटी की बैठक लेने पहुंच रहे है। बुधवार को दीपक बैज कोरबा प्रवास पर पहुंचे थे। पूर्व विधायक जयसिंह अग्रवाल के कार्यालय में आयोजित कांग्रेस कमेटी की बैठक में दीपक बैज ने जहां पार्टी के पदाधिकारी और कार्यकर्ताओं को एकजुटता के साथ चुनाव जीतने की पाठ पढ़ाई। वहीं एकजुटकता के मुद्दे पर पूर्व राजस्व मंत्री रहे जयसिंह अग्रवाल का दर्द छलक पड़ा। बैठक के दौरान ही मीडिया के सामने जयसिंह अग्रवाल ने पार्टी में व्याप्त गुटबाजी और कांग्रेसियों को टारगेट कर दुव्र्यवहार करने की बात पर जोर दिया। उन्होने पीसीसी चीफ के सामने कह दिया कि….“15 साल के बाद सरकार बनी थी, चाहते तो सरकार को संभाल कर रखा जा सकता था….और भी आगे सरकार बन सकती थी। लेकिन सारी परिस्थितियां कोरबा के कांग्रेस के साथी भली-भांति जानते है….कि किन परिस्थतियों में कोरबा के कांग्रेस के साथ दुर्वयवहार हुआ।” जयसिंह अग्रवाल जब अपने ही पार्टी के आलाकमान पर दुर्वयवहार के गंभीर आरोप लगा रहे थे, तब दीपक बैज मन मारकर उनकी बातों को सुनते नजर आये। लेकिन उन्होने जयसिंह अग्रवाल के सवाल पर ने तो समर्थन किया और नही कोई अपना पक्ष रखने की कोशिश की। गौरतलब है कि विधानसभा चुनाव में करारी हार और लोकसभा चुनाव में बीजेपी से मिली शिकस्त के बाद छत्तीसगढ़ कांग्रेस में व्याप्त कलह खुलकर सामने आ चुकी है। पार्टी के बड़े लीडर भले ही एकजुटता का राग अलाप रहे हो, लेकिन सत्ता से बाहर हुई कांग्रेस के बड़े नेताओं में चुनाव हारने के बाद एकजुटता अब भी नजर नही आ रही है। ऐसे में देखने वाली बात होगी कि कांग्रेस आगामी नगरीय निकाय चुनाव तक पार्टी में व्याप्त गुटबाजी और डैमेज को समय रहते कंट्रोल कर पाती है ? या फिर इसका खामियाजा एक बार फिर पार्टी को निकाय और पंचायत चुनाव में झेलना पड़ेगा ? ये तो आने वाला वक्त ही बतायेगा।
सरकार की धान खरीदी और शराब बिक्री पर PCC चीफ बैज ने उठाये सवाल…
कोरबा प्रवास पर पहुंचे दीपक बैज ने प्रदेश की कानून व्यवस्था के साथ ही धान खरीदी पर सवाल खड़े किये। उन्होने सूबे की विष्णुदेव साय सरकार पर सवालिया निशान लगाते हुए कहा कि सरकार को बने एक साल होने को है, लेकिन प्रदेश में एक भी बड़ा काम नही हो सका है, जिसे बीजेपी बता सके। इस सरकार के आने के बाद प्रदेश में अपराध के ग्राफ में भी इजाफा हुआ है। वहीं धान खरीदी के मुद्दे पर दीपक बैज ने आरोप लगाया कि सरकार किसानों से वादा के मुताबिक 21 क्वींटल धान की जगह 12 से 14 क्वींटल धान ही खरीद रही है। शराब बिक्री के लिए बने मनपसंद एप पर भी सवाल खड़े करते हुए दीपक बैज ने इस प्रदेश के युवाओं के लिए काफी घातक बताया।
मोहम्मद रज्जब बिलासपुर 9755114786