छत्तीसगढ़ के बालोद जिले में एक बार फिर से हाथियों की दस्तक देखने को मिली है। गुरूर और दल्लीराजहरा वन परिक्षेत्र में हाथियों ने तांडव मचा रखा है। खड़ी फसलों को नुकसान पहुंचा रहे हैं। वन विभाग की टीम हाथियों की निगरानी और लोगों की सुरक्षा में लगी हुई ह.रात में हाथी के टहलने का वीडियो भी सामने आया है। वन विभाग की टीम गांव में मुनादी करा रही है कि कोई भी व्यक्ति अकेले घर से बाहर या फिर जंगलों की ओर न जाए।
हाथियों के हमले से 6 ग्रामीणों की मौत हो चुकी है। इसलिए लोगों के बीच डर का माहौल है।हाथी फसलों को पहुंचा रहे नुकसान।खड़ी फसल चौपट कर रहे हाथीधान कटाई का समय है, यहां पर फसल पककर तैयार हो गई है। खड़ी फसलों को हाथी चौपट कर रहे हैं। हालांकि, हाथियों से फसलों को होने वाले नुकसान के बाद वन विभाग इसके लिए किसानों को मुआवजा भी देता है।वन विभाग की टीम निगरानी में लगी हुई है।
जानिए कहा हैं हाथीहाथी की उपस्थिति वर्तमान में बालोद वनमंडल बालोद अंतर्गत हिडकापार बताई जा रही है, जो कि आड़ेझर बीट और नलकसा सर्किल का एरिया है। इस क्षेत्र में हाथी ने कोई नुकसान नहीं किया है। सबसे ज्यादा नुकसान गुरुर वन परिक्षेत्र में हुआ है।12 से ज्यादा गांवों में अलर्टवर्तमान में वन विभाग द्वारा अंगारा, नलकसा, पुसावड़, शेरपार, कोसमी, पैंदुर, नारंगसुर जैसे लगभग आधा दर्जन गांवों को अलर्ट पर रखा गया है।
विचरण कर रहे हाथी का नाम ME – 3 बताया जा रहा है, जो कि एक दंतैल हाथी है।मॉनिटरिंग कर रहा वन अमलाउप वन मंडल अधिकारी डिंपी बैस ने बताया कि लगातार मॉनिटरिंग की जा रही है, गांव में मुनादी भी कराई जा रही है ताकि किसी तरह की कोई हानि न हो।
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