आप क्यों, कैसे और किन हालातों में ऐसा…’ केसीआर की बेटी कविता ने CBI से ऐसा क्यों कहा..?
हैदराबाद. तेलंगाना के पूर्व मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव की बेटी और भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) की नेता के कविता ने आगामी संसदीय चुनावों का हवाला देते हुए केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) से उन्हें जारी नोटिस को स्थगित रखने का रविवार को अनुरोध किया. सीबीआई ने दिल्ली आबकारी नीति घोटाला मामले में पूछताछ के लिए उन्हें ‘संदिग्धों’ से संबंधित दंड प्रक्रिया संहिता (सीआरपीसी) की धारा 41-ए के तहत तलब किया है.
बीआरएस की एमएलसी को कविता को सोमवार को यहां सीबीआई मुख्यालय में जांच टीम के सामने पेश होने के लिए कहा गया है. सीआरपीसी की धारा 41ए के तहत उस व्यक्ति को नोटिस जारी किया जाता है, जिसके खिलाफ ‘उचित संदेह’ हो कि उसने संज्ञेय अपराध किया है. सीबीआई को लिखे एक पत्र में उन्होंने कहा, ‘इस बात का कोई तर्क, कारण या पृष्ठभूमि नहीं दिख रही है कि आपने कैसे, क्यों और किन परिस्थितियों में सीआरपीसी की धारा 41 ए का अब सहारा लिया है.’
कविता ने कहा कि अगर जरूरत पड़ी, तो पूर्व सूचना के साथ किसी भी सवाल का जवाब देने के लिये वह डिजिटल माध्यम से उपस्थित होंगी. उन्होंने कहा कि लगभग 15 महीने पहले, तत्कालीन जांच अधिकारी, पुलिस उपाधीक्षक, सीबीआई, एसीबी ने उन्हें सीआरपीसी की धारा 160 के तहत एक नोटिस जारी किया था. सीआरपीसी की धारा 160 गवाह को समन करने से संबंधित है. उन्होंने कहा कि वह एजेंसी से सीआरपीसी की धारा 41-ए के तहत भेजे गए नोटिस को रद्द करने या वापस लेने का अनुरोध करती हैं.
तेलंगाना के पूर्व मुख्यमंत्री के.चंद्रशेखर राव की बेटी ने सीबीआई को लिखे एक पत्र में कहा कि संसदीय चुनाव के दौरान राज्य में उनकी व्यक्तिगत उपस्थिति की आवश्यकता के साथ-साथ उनकी व्यस्तताओं के मद्देनजर जांच एजेंसी के मुख्यालय में उन्हें पेश होने को कहने वाले नोटिस को स्थगित रखा जाना चाहिए और वह 26 फरवरी को पेश होने में असमर्थ हैं. उन्हें दो दिसंबर 2022 को सीआरपीसी की धारा 160 के तहत नोटिस जारी किया गया था, जिसका पालन किया गया था.
सीबीआई ने इससे पहले दिसंबर 2022 में हैदराबाद में उनके आवास पर उनका बयान दर्ज किया था. प्रवर्तन निदेशालय ने आरोप लगाया है कि मामले के एक आरोपी विजय नायर ने आम आदमी पार्टी के नेताओं की तरफ से (सरथ रेड्डी, कविता और मगुंटा श्रीनिवासुलु रेड्डी द्वारा नियंत्रित) साउथ ग्रुप कम से कम 100 करोड़ रुपये की रिश्वत ली थी.
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