Antagarh : ग्रामीणों ने की 56 पेड़ों की अवैध कटाई, वनकर्मियों की मिलीभगत से काटे हरे भरे पेड़…!
कांकेर जिले के अंतागढ़ से महज 13 किलो मीटर दूर ग्राम हवेचुर में ग्रामीणों द्वारा अवैध तरीके से 56 पेड़ काटे गए हैं, इस अवैध कटाई से वन विभाग में हड़कंप मच गई है ।
जिसमे वन विभाग के वनरक्षक निलंबित किए गए है ।
मामला दरअसल अंतागढ़ वन विभाग का है , जहां कूप कटाई का काम किया जा रहा था, जिसमे वन विभाग द्वारा पूरे शासकीय प्रक्रिया के अधीन पेड़ो की कटिंग की गई थी, जिसके बाद ग्रामीणों द्वारा बकायदा ग्राम पंचायत में बैठक कर वन समिति के सदस्यों द्वारा प्रस्ताव पास करते हुवे स्कूल मैदान के लिए अन्य पेड़ काटे गए, जिनका आरोप उपवन मंडलाधिकारी शिवेंद्र भगत, एवं वन परिक्षेत्र अधिकारी अंतागढ़ सालिक राम यादव के ऊपर लगाए जा रहे है, जबकि ग्राम पटेल और ग्रामीणों का साफ तौर पर कहना है की पेड़ो की कटाई के लिए एक वर्ष पूर्व आवेदन किया गया था और उनको प्रशिक्षण के लिए भी भेजा गया था जिसके बाद अब पेड़ कटिंग कराया गया है,
वन परिक्षेत्र अधिकारी सालिक राम यादव को अन्य पेड़ काटे जाने की जानकारी होने के बाद बकायदा वन रक्षक को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया जिसके बाद उच्च अधिकारियों द्वारा वन रक्षक पर कार्यवाही करते हुवे उन्हें सस्पेंड भी कर दिया गया है साथ ही अधिकारी कर्मचारियों की मदद से काटे गए लकड़ियों को शासकीय वाहनों से विधिवत तरीकों से स्थानीय काश्ठगार भी भेजा गया ,जिससे साफ जाहिर होता है की अधिकारियों पर लगाया गया आरोप बेबुनियाद है, अगर अधिकारी अवैध कटिंग के मामले में संलिप्तता होते तो इस प्रकार से अपने ही कर्मचारी पर कार्यवाही नही करते,
अधिकारियों पर कार्यवाही के लिए भानुप्रतापपुर युवा कांग्रेस द्वारा सोपा गया ज्ञापन,
हवेचुर में हुवे कूप कटिंग पर अंतागढ़ के स्थानीय कांग्रेस कार्यकर्ताओं द्वारा किसी प्रकार की कोई आपत्ति दर्ज नहीं कराई गई, और वही दूसरी ओर भानुप्रतापपुर में युवा कांग्रेसी कार्यकर्ताओं द्वारा अधिकारियों को हटाने के लिए दिया गया ज्ञापन एवं कार्यवाही नही करने की स्थिति में वन मंत्री केदार कश्यप का पुतला दहन करने की बात कही ना कही आधिकारिक जांच से मामले को भटका कर राजनीति रंग दिए जाने से भी इंकार नहीं किया जा सकता,
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