गुंडागर्दी करने वाले कांग्रेस नेता का मामला ASP ने दबाया, देता रहा संरक्षण…!
बिलासपुर। छत्तीसगढ़ में सरकार बदलते ही भू-माफिया कांग्रेस नेता अकबर खान पर पुलिस ने महज एक सप्ताह के भीतर आत्महत्या के लिए उकसाने का दूसरा केस दर्ज किया है। जमीन और दुकान कब्जे की प्रताड़ना के चलते सुसाइड के इस केस को एडिशनल एसपी सिटी जांच के बहाने 13 महीने तक दबाए बैठे थे। जिसमें अब जाकर FIR दर्ज की गई है।
बता दें कि भाजपा नेता व पूर्व मंत्री अमर अग्रवाल ने शहर में भू-माफियाओं की गुंडागर्दी को मुद्दा बनाया था। उन्होंने दावा किया था कि भाजपा की सरकार बनते ही 15 दिन के भीतर गुंडागर्दी और माफियाराज को खत्म कर दिया जाएगा। अब भाजपा की सरकार बनने के बाद इसका असर दिखने लगा है। मामला सरकंडा थाना क्षेत्र का है। चांटीडीह के पठान मोहल्ला निवासी रज्जब अली (56) ने 4 अक्टूबर 2022 को अपने घर के पास पेड़ पर फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी। उसकी रज्जब ट्रेडर्स नाम से दुकान थी। इस मामले में जांच के दौरान पुलिस ने उसके पास से एक पर्ची पर लिखे सुसाइड नोट को बरामद किया था, जिसमें उसने लिखा था कि वो कांग्रेस का कार्यकर्ता था।
सुसाइड नोट में लिखा था कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल जी आप मेरे परिवार की सुरक्षा करें। रज्जब के बेटे और रिश्तेदारों ने आरोप लगाया था कि जमीन और दुकान खाली कराने के लिए कांग्रेस नेता अकबर खान और तय्यब हुसैन लगातार दबाव बना रहे थे और मानसिक रूप से प्रताड़ित कर रहे थे।