धारदार हथियार से हमला कर महिला और 11 साल के बेटे को उतारा मौत के घांट, महिला के कथित प्रेमी पर हत्या की आशंका

राजेन्द्र देवांगन
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6-सितंबर, 2020

बिलासपुर-[सवितर्क] नगर निगम जोन क्रमांक 1 में बिजली विभाग में काम करने वाले 35 वर्षीय रामेश्वर कौशिक रोज की तरह अपने काम से जब शाम को सकरी के हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी में स्थित अपने किराए के मकान में पहुंचे तो दरवाजा खोलते ही उनके होश हो गए, क्योंकि कमरे मैं मौजूद बेड पर उनकी 34 वर्षीय पत्नी सरिता कौशिक और वही नीचे जमीन पर उनके 11 वर्षीय बेटे अरमान कौशिक की खून से लथपथ लाश पड़ी थी। पहली नजर में ही पता चला गया कि दोनों की जान किसी धारदार हथियार से निर्ममता पूर्वक ली गई थी। बदहवास रामेश्वर कौशिक ने तुरंत सकरी पुलिस को फोन कर घटना की जानकारी दी। मौका ए वारदात से सरिता का मोबाइल गायब था, जिस पर कॉल करने से घंटी तो बज रही थी लेकिन कोई रिसीव नहीं कर रहा था। पुलिस को शक है कि हत्यारे अपने साथ मोबाइल या तो ले गए होंगे या फिर उसे कहीं फेंक दिया होगा।


उन्हें यह भी शक है कि मोबाइल में ऐसा कुछ तो है जिस कारण हत्यारे मोबाइल ले गए। हो सकता है कि हत्यारे और सरिता के बीच लगातार बातचीत होती रही हो। शुरुआती जांच में यह भी खुलासा हुआ है कि सरिता कौशिक का परसदा के एक युवक से प्रेम संबंध था जो प्रॉपर्टी डीलर है, जिसकी हाल ही में शादी तय हुई थी। बताया जा रहा है इसे लेकर सरिता नाराज थी। यह भी हत्या की वजह हो सकती है क्योंकि जानकारी यह भी मिल रही है कि अपने प्रेमी की शादी तय होने से नाराज सरिता उस युवती के तारबाहर स्थित घर तक पहुंच गई थी, जिससे उसकी प्रेमी की शादी तय हुई थी। इस कारण ही यह शादी टूट गई ।बताया जा रहा है कि इसके बाद से सरिता और उसके कथित प्रेमी के बीच अनबन चल रही थी। इधर इस घटना में जान गंवाने वाले अरमान उर्फ आयुष के दोस्तों के अनुसार वह घटना के समय अपने साथियों के साथ खेल रहा था, लेकिन घर से चीख पुकार की आवाज सुनकर वह घर की ओर भागा, उसने शायद मां के हत्यारों को देख लिया था, यही वजह है कि उसकी भी जान ली गई।सकरी पुलिस इस अंधे हत्याकांड को सुलझाने की कोशिश कर रही है, जिसमें साइबर एक्सपर्ट की मदद ली जा रही है। माना जा रहा है कि इस मामले में गायब मोबाइल महत्वपूर्ण संकेत दे सकता है। निगम के जोन क्रमांक एक में बतौर संविदा कर्मी काम करने वाला रामेश्वर कौशिक मूलतः काठाकोनी निवासी है जो अपनी पत्नी और बेटे के साथ हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी में किराए के मकान में रह रहा था। वह अपनी पत्नी के चरित्र से नाखुश था लेकिन उसे पता नहीं था कि इसकी कीमत उसे एक दिन इस तरह चुकानी होगी।

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