08-नवम्बर,2020
कोरबा-[सवितर्क न्यूज़] बाकी मोगरा थाना क्षेत्र के बलगी में हुए अंधे कत्ल की गुत्थी को पुलिस ने सुलझा लिया है और पुलिस की सक्रियता से आरोपी को भी गिरफ्तार कर लिया गया हैं।केस को सुलझाने में बलगी प्रभारी सुमत सोनवानी और रामपुर चौकी प्रभारी पौरुष कुर्रे की अहम भुमिका रही जिन्होंने ततपरता से मामले का विवेचन कर न केवल अंधे कत्ल को सुलझाया और हत्या के कारणों का पता करते हुए 24 घण्टे के अंदर ही हत्या के बाद रायपुर जा चुके आरोपी को भी गिरफ्तार कर लिया।
मामले में मिली जानकारी के अनुसार बलगी में रहने वाले लक्ष्मण जांगड़े की नातिन भूमि सोनवानी बचपन से अपने नाना के घर रहती थी। 3 नवंबर को लक्ष्मण के बहू और बेटे कृषि कार्य से ग्राम गोढ़ी गए हुए थे 5 नवंबर को लक्ष्मण जांगड़े ड्यूटी जाने के लिए शाम 4:00 बजे रवाना हुआ। रात को 12 बजे जब घर वापस लौटा तो देखा कि भूमि जमीन पर खून से लथपथ पड़ी हुई थी।उसने घटना की जानकारी बांकी पुलिस को दी। जानकारी मिलते ही पुलिस दल बल के साथ मौके पर पहुंची । इसके साथ ही डॉग स्क्वाड और फॉरेंसिक की टीम भी मौके पर पहुंच गए थे । पुलिस के आला अधिकारी भी मौके पर पहुंचे। पुलिस ने इस मामले की जांच शुरू की,जांच हेतु पूर्व बाकी मोगरा प्रभारी पौरुष कुर्रे को भी शामिल किया गया।इस दौरान मृतिका के मोबाइल से पुलिस को कुछ महत्वपूर्ण सुराग मिले,और घटना स्थल का दौरा करने पर किसी जानकार के द्वारा ही घटना कारित करने का अन्देशा पुलिस को हुआ। पूछताछ में पुलिस को पता चला कि लक्ष्मण जांगड़े के पड़ोस में रहने वाला सुनील रात्रे जो भूमि के मामा नरेंद्र जांग डे का मित्र था। वह अक्सर उनके घर आना-जाना किया करता था। सुनील का बलगी में रहने वाली एक युवती से प्रेम प्रसंग था। युवती की दूसरे जगह शादी हो चुकी थी सुनील भूमि से अक्सर अपनी प्रेमिका से उसके मोबाइल पर बात कराने के लिए दबाव बनाता था। घटना के दिन भी रात 8:30 बजे सुनील भूमि के घर पहुंचा।उस दौरान वो अकेली थी। उसने भूमि से प्रेमिका से बात कराने के लिए कहने लगा भूमि ने बात कराने से इनकार कर दिया जिससे वह नाराज हो गया। उसने फिर से उस पर दबाव बनाया लेकिन भूमि ने मना कर दिया । गुस्से से उसने भूमि का गला दबाकर उसकी हत्या कर दी और वह बच ना जाए यह सोचकर उसने किचन में रखे चाकू से उसका गला रेत दिया। चाकू में लगे खून को उसने उसके घर के बेसिन पर साफ कर चुपचाप अपने घर चला गया। कपड़े पर लगे खून को भी वह घर जाकर धोकर साफ कर दिया। दूसरे दिन सुबह वह भतीजी को इलाज कराने के नाम पर रायपुर के लिए रवाना हो गया ।पुलिस ने सुनील को रायपुर से बुलाया और पूछताछ की। कड़ाई से पूछताछ के उसने दौरान हत्या करना स्वीकार कर लिया।