छत्तीसगढ़ के बलौदाबाजार, पेंड्रा, अंबिकापुर और दुर्ग जैसे क्षेत्रों में कड़ाके की ठंड व शीतलहर लगातार बनी हुई है। तापमान सामान्य से 7 डिग्री तक कम दर्ज हो रहा है। दुर्ग में न्यूनतम तापमान 10.6°C और रायपुर में नवंबर के माह में 9 साल में दूसरी बार रात का तापमान 13°C तक गिरा। पिछले 24 घंटे में अधिकतम तापमान जगदलपुर में 29.2°C और न्यूनतम अंबिकापुर में 6.2°C दर्ज किया गया, जो पिछले दस वर्षों में नवंबर माह का सबसे कम तापमान है।
मौसम विभाग ने 18 से 21 नवंबर तक कई जिलों में शीतलहर और गंभीर शीतलहर का अलर्ट जारी करते हुए लोगों की विशेष सतर्कता बरतने की अपील की है। सुकमा और दंतेवाड़ा में मलेरिया फैलने की आशंका जताई गई है, जिसके लिए स्वास्थ्य विभाग ने विशेष दिशा-निर्देश जारी किए हैं।
ठंडी हवाओं के कारण सुबह और शाम अलाव जलाकर लोग ठंड से बचाव कर रहे हैं, लेकिन सार्वजनिक स्थानों पर अलाव की अपर्याप्त व्यवस्था से असुविधा हो रही है।
मौसम विशेषज्ञों की सलाह है कि मच्छरदानी, गर्म कपड़े, साफ-सफाई का खास ध्यान रखा जाए और वायरल संक्रमण और मलेरिया से बचाव के लिए सतर्कता बरती जाए।
नवंबर में छत्तीसगढ़ में ठंड की शुरुआत सामान्यतः होती है, लेकिन इस बार यह कड़कड़ाती सर्दी के साथ आई है। इसके बाद तापमान में 2-3 डिग्री की बढ़ोतरी संभव है, जिससे शीतलहर से थोड़ी राहत मिलेगी।

