बिलासपुर के कुदुदंड क्षेत्र की महिलाएं अरपा बैराज के डुबान क्षेत्र से प्रभावित होकर नगर निगम कार्यालय का घेराव किया। 17 नवंबर को कोनी में बने जर्जर अटल आवास में शिफ्ट होने का नोटिस मिलने के विरोध में महिलाएं धरना पर बैठी हैं। वे कह रही हैं कि ऐसा स्थान 5 किलोमीटर दूर है और वहां की जर्जर हालत में रहने से उनकी आजीविका प्रभावित होगी।
यह समस्या तीन महीने पहले शिवघाट बैराज में पानी भरने के ट्रायल से शुरू हुई थी, जिससे कुदुदंड क्षेत्र की गली नंबर 1 से 4 के करीब बीस घरों में पानी भर गया था और कई परिवारों का फर्नीचर, अनाज आदि खराब हो गया। प्रभावित परिवारों ने जल संसाधन विभाग द्वारा बिना पूर्व सूचना के पानी भरने पर आपत्ति जताई थी।
महिलाओं ने बताया कि वे अधिकांशतः आस-पड़ोस के घरों में झाड़ू-पोंछा आदि काम करती हैं, इसलिए दूर और खराब भविष्य वाले आवास में जाना उनकी आजीविका पर असर डालेगा। स्थानीय विधायक उत्तरी गणपत जांगड़े भी उनके समर्थन में हैं। महिलाएं साफ कह रही हैं कि वे अपना मकान खाली नहीं करेंगी और प्रशासन से उस्लापुर या अशोक नगर में बेहतर आवास देने की मांग कर रही हैं।
नगर निगम के मैनेजर एसपी साहू के अनुसार, कुदुदंड के 42 परिवारों को कोनी में आवास आबंटित किया गया है, जिसमें पंजीयन शुल्क में असमानता पर विवाद है। आईएचएसडीपी आवास के लिए 3 हजार और प्रधानमंत्री आवास योजना के लिए 5 हजार रुपये का शुल्क बताया गया है, जिसमें किसानों को भ्रम की स्थिति है।
इस मुद्दे पर अभी तक समाधान नहीं निकला है और महिलाओं ने आंदोलन की चेतावनी भी दी है।

