बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती : अधिकारी का असहयोगात्मक रवैया, मीडिया को जानकारी देने से किया मना
बिलासपुर, छत्तीसगढ़। (13 नवंबर 2025)
छत्तीसगढ़ में आगामी 15 नवंबर को भगवान बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती के अवसर पर मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय की उपस्थिति में एक भव्य जनजातीय गौरव दिवस समारोह आयोजित होने जा रहा है।
इस बेहद महत्वपूर्ण कार्यक्रम से दो दिन पूर्व ही सहायक आयुक्त आदिवासी विकास, पी. सी. लहरे का असहयोगात्मक रवैया सामने आया है।
जिले के आदिवासी समाज के कल्याण और विकास के लिए जिम्मेदार विभाग के प्रमुख अधिकारी ने इस ऐतिहासिक आयोजन से संबंधित किसी भी तरह की जानकारी या वीडियो बाइट देने से साफ इनकार कर दिया, जिसके बाद मीडिया को खाली हाथ लौटना पड़ा।
मुख्यमंत्री का कार्यक्रम, फिर भी अधिकारी मौन
बिरसा मुंडा जयंती समारोह केवल आदिवासी समाज का नहीं, बल्कि राज्य सरकार के लिए भी ‘जनजातीय गौरव’ का एक महत्वपूर्ण प्रतीक है। समिति द्वारा जारी कार्यक्रम विवरण के अनुसार, 15 नवंबर को बिलासपुर के पुलिस ग्राउंड में होने वाले इस मुख्य आयोजन में मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय स्वयं मुख्य अतिथि के रूप में शामिल होंगे।
इसी संदर्भ में, मीडिया प्रतिनिधि जब इस उच्च-स्तरीय कार्यक्रम की विभागीय तैयारियों और आदिवासी समाज के बीच उत्साह पर जानकारी लेने के लिए सहायक आयुक्त पी. सी. लहरे के कार्यालय पहुंचे, तो अधिकारी ने सीधे कैमरे पर आने या कार्यक्रम से संबंधित किसी भी प्रश्न का उत्तर देने से स्पष्ट मना कर दिया।
विभाग कल्याण का, अधिकारी असहयोग का
यह विडंबना है कि जिस आदिवासी विकास विभाग का कार्य आदिवासियों के हितों का प्रचार-प्रसार करना और समाज में गर्व की भावना पैदा करना है, उसी विभाग के प्रमुख अधिकारी ने प्रदेश के सर्वोच्च नेता की मौजूदगी वाले कार्यक्रम पर चुप्पी साध ली।
सूत्रों के अनुसार, यह कार्यक्रम मुख्य रूप से जनजाति गौरव दिवस कार्यक्रम समिति, बिलासपुर द्वारा आयोजित किया जा रहा है, लेकिन प्रशासनिक स्तर पर इस तरह की उदासीनता से विभागीय समन्वय पर सवाल खड़े हो गए हैं।
अधिकारी का यह रवैया एक ऐसे समय में सामने आया है, जब सरकार आदिवासियों के गौरव और उनके अधिकारों को प्राथमिकता देने का दावा कर रही है।
जिला प्रशासन और उच्चाधिकारियों को इस असहयोगात्मक व्यवहार का संज्ञान लेना चाहिए, ताकि 15 नवंबर के भव्य आयोजन की गरिमा बनी रहे और विभागीय स्तर पर किसी भी तरह की सूचना का अभाव न हो।

