स्टेट फार्मेसी काउंसिल के अध्यक्ष और रजिस्ट्रार पर उठे सवाल, सदस्यों ने लगाए गंभीर आरोप

राजेन्द्र देवांगन
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रायपुर : छत्तीसगढ़ स्टेट फार्मेसी काउंसिल में द्वारा रजिस्ट्रेशन एवं नवीनीकरण शुल्क में वृ‌द्धि किया गया है.जिसका लगातार विरोध किया जा रहा है.छत्तीसगढ़ स्टेट फार्मेसी काउंसिल के सदस्य डॉ राकेश गुप्ता और भगत राम का कहना है कि इस मामले को लेकर उन्होने विभाग से लेकर मंत्री तक से गुहार लगाई है. बावजूद इसके अब तक रजिस्ट्रेशन एवं नवीनीकरण के शुल्क में वृ‌द्धि वापस नही ली गई है.

आर्थिक अनियमितता का आरोप : स्टेट फार्मेसी काउंसिल के सदस्यों का आरोप है कि छत्तीसगढ़ स्टेट फार्मेसी काउंसिल के अध्यक्ष और रजिस्ट्रार की मिली भगत से काउंसिल में कई आर्थिक अनियमिताएं भी की जा रही हैं. इससे संबंधित सारे दस्तावेज उनके पास मौजूद हैं.

स्टेट फार्मेसी काउंसिल के अध्यक्ष और रजिस्ट्रार पर उठे सवाल

इस मामले की शिकायत भी विभागीय मंत्री से लेकर विभाग के अधिकारी से की गई. लेकिन अब तक कोई कार्यवाही नही हुई है. यदि मांगों को पूरा नहीं किया गया तो वे आने वाले समय में भूख हड़ताल पर बैठेंगे – राकेश गुप्ता,सदस्य, स्टेट फार्मेसी काउंसिल

छत्तीसगढ़ स्टेट फार्मेसी काउंसिल से संबंधित आठ बिन्दुओं पर कार्यवाही की मांग

1. जून से छत्तीसगढ़ स्टेट फार्मेसी काउंसिल द्वारा रजिस्ट्रेशन एवं नवीनीकरण के शुल्क में वृ‌द्धि वापस ली जाए.
2. नियम विरुद्ध रजिस्ट्रार का भत्ता बढ़ाने एवं आवश्यक अर्हता के नियम में संशोधन.
3. अध्यक्ष महोदय ने संख्या बल का दुरुपयोग करते हुए अपने स्वयं के लिए सिटिंग अलाउंस,ड्राइवर एवं पेट्रोल की राशि का भी अनुमोदन करा लिया
4. वित्तीय निर्णय 5 सितंबर 2023 अध्यक्ष के कार्यकाल शुरू होने के दिन से लागू हो गया
5. रजिस्ट्रार की खर्च सीमा को बढ़ाकर ₹1 लाख एवं अध्यक्ष के पूर्व अनुमोदन से 10 लाख रुपए कर दी गई
6. इवेंट मैनेजमेंट कंपनी को बुलाया गया
7. काउंसिल के कर्मचारी अनिरुद्ध मिश्रा प्रकरण में जांच में मिली भगत और लीपा पोती
8. ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन एवं रिनिवल के लिए जिस एजेंसी को कार्य दिया है वह संदेह के घेरे में

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