सूरजपुर में युक्तियुक्तकरण का विरोध: सैकड़ों शिक्षकों ने निकाली रैली, कलेक्टर को सौंपा ज्ञापन

राजेंद्र देवांगन
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सूरजपुर जिले में शिक्षकों के युक्तियुक्तकरण की काउंसलिंग प्रक्रिया में अनियमितताओं का मामला सामने आया है। मंगलवार को शिक्षक साझा मंच के बैनर तले सैकड़ों शिक्षकों ने विरोध रैली निकाली। शिक्षकों ने जिला मुख्यालय पर प्रदर्शन किया।

कलेक्टर को दिए ज्ञापन में शिक्षकों ने जिला शिक्षा अधिकारी पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने काउंसलिंग प्रक्रिया को तुरंत रद्द करने की मांग की है। शिक्षकों का आरोप है कि शासन के निर्देशों की अवहेलना की गई है। वरिष्ठता सूची में भी हेरफेर किया गया है।

शहर की सड़कों पर शिक्षकों ने नारेबाजी की। बैनरों के साथ शिक्षा विभाग के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों का कहना है कि युक्तियुक्तकरण के नाम पर उनके भविष्य से खिलवाड़ हो रहा है। कलेक्ट्रेट में सौंपे ज्ञापन में काउंसलिंग में हुई अनियमितताओं का पूरा विवरण दिया गया है।

शिक्षकों ने सौंपा ज्ञापन

चहेतों को लाभ पहुंचाने का आरोप

शिक्षक साझा मंच के मुताबिक, काउंसलिंग के लिए जारी वरिष्ठता सूची पूरी तरह त्रुटिपूर्ण थी। बार-बार आपत्तियों के बावजूद जिला शिक्षा अधिकारी ने इसे सुधारने की कोई कोशिश नहीं की। नतीजतन, कई शिक्षक गलत वरिष्ठता क्रम में आ गए, जिससे उनके हक लूटा गया।

कई स्कूलों में पहले से कार्यरत शिक्षकों के बावजूद पद दिखाए गए और नए नियुक्त शिक्षकों को कार्यभार ग्रहण करने से रोक दिया गया। इससे उनकी नौकरी और भविष्य संकट में पड़ गया।

उच्चस्तरीय जांच और आंदोलन की चेतावनी

शिक्षक साझा मंच ने मांग की है कि पूरे मामले की उच्चस्तरीय जांच कराई जाए, जिला शिक्षा अधिकारी और दोषी कर्मचारियों पर कठोर कार्रवाई हो, और वर्तमान काउंसलिंग प्रक्रिया को तत्काल निरस्त किया जाए।

मंच ने चेतावनी दी है कि यदि 16 जून तक कोई कार्रवाई नहीं हुई, तो शाला प्रवेशोत्सव का बहिष्कार और उग्र आंदोलन शुरू किया जाएगा।

रैली और ज्ञापन सौंपने के दौरान शिक्षक साझा मंच के जिला संचालक सचिन त्रिपाठी, यादवेंद्र दुबे, भूपेश सिंह, विजय साहू, गोपाल विश्वकर्मा, निर्मल भट्टाचार्य और राजकुमार सिंह,गौतम शर्मा सहित सैकड़ों शिक्षक मौजूद रहे। इस प्रदर्शन ने जिले में शिक्षा व्यवस्था की बदहाली और प्रशासनिक लापरवाही को उजागर कर दिया है।

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राजेंद्र देवांगन (प्रधान संपादक)