CG Electricity Rate Down: छत्‍तीसगढ़ के उपभोक्‍ताओं के लिए खुशखबरी! 12.61 फीसदी कम आएगा अप्रैल का बिल, जानिए क्या है वजह

राजेन्द्र देवांगन
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छत्तीसगढ़ के बिजली उपभोक्ताओं के लिए एक अच्छी खबर है। इस बार बिजली बिल में लगने वाला फ्यूल पावर परचेज एडजस्टमेंट सरचार्ज (एफपीपीएएस) माइनस में चला गया है, जिससे अप्रैल माह का आने वाला मई का बिल पहले से कम आएगा।

छत्‍तीसगढ़ के उपभोक्‍ताओं के लिए खुशखबरी

एफपीपीएएस शुल्क, जो पहले उपभोक्ताओं पर अतिरिक्त भार डाल रहा था, अब -0.15% हो गया है। बीते मार्च माह में यही शुल्क 12.61% था, जिससे उपभोक्ताओं को काफी ज्यादा बिल चुकाना पड़ा था। यह पहली बार हुआ है जब यह शुल्क माइनस में गया है, जिससे उपभोक्ताओं को राहत मिली है।

उद्योगों और बड़े उपभोक्ताओं को बड़ी राहत

अधिक बिजली खपत करने वाले घरेलू उपभोक्ता, व्यवसायिक संस्थान और विशेष रूप से उद्योगों को इस महीने सबसे ज्यादा फायदा होगा। उद्योगों में हर महीने लाखों यूनिट बिजली की खपत होती है, ऐसे में एफपीपीएएस शुल्क के न लगने से इनकी लागत में लाखों रुपए की बचत होगी। हालांकि, यह राहत फिलहाल केवल एक माह के लिए ही है, क्योंकि एफपीपीएएस शुल्क हर माह नए सिरे से तय होता है और यह फिर से बढ़ भी सकता है।

छोटे उपभोक्ताओं को मिली कम राहत

छोटे घरेलू उपभोक्ताओं, जिनकी खपत कम होती है, को इस राहत का असर थोड़ा कम महसूस होगा। जैसे कि यदि कोई उपभोक्ता 100 यूनिट बिजली खर्च करता है, तो उसे लगभग 50 रुपए की बचत होगी। वहीं, 400 यूनिट खपत करने वालों को करीब 239 रुपए की राहत मिलेगी।

एफपीपीएएस में बदलाव का कारण

एनटीपीसी लारा प्लांट से खरीदी गई बिजली के 1500 करोड़ रुपए के अंतर की वसूली बीते छह महीनों से एफपीपीएएस के जरिए की जा रही थी, जिससे यह शुल्क लगातार ऊँचा रहा। अब जब यह वसूली पूरी हो चुकी है, तो शुल्क माइनस में चला गया है।

अगले महीने फिर तय होगा शुल्क

हालांकि, यह राहत स्थायी नहीं है। मई की खपत पर जून में आने वाले बिल में एफपीपीएएस शुल्क फिर से निर्धारित किया जाएगा, जो बढ़ भी सकता है। ऐसे में उपभोक्ताओं को सलाह दी जाती है कि वे ऊर्जा की बचत करें और हर माह के शुल्क में संभावित बदलाव के लिए तैयार रहें।

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