रायपुर। जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले की जांच में जुटी राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) अब छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर पहुंच गई है। हमला आतंकवादियों द्वारा धार्मिक पहचान के आधार पर अंजाम दिया गया था, जिसमें रायपुर के व्यवसायी दिनेश मिरानिया की भी मौत हो गई थी। इसी वजह से एनआईए की स्थानीय टीम ने शुक्रवार को रायपुर के समता कॉलोनी स्थित मिरानिया परिवार के घर जाकर पूछताछ की।
करीब एक घंटे तक चली पूछताछ, बेटी लक्षिता ने बताया आंखों देखा हाल
NIA की टीम में 3-4 पुरुष और 1-2 महिला अधिकारी शामिल थे, जिन्हें एक डीएसपी रैंक के अधिकारी लीड कर रहे थे। टीम ने परिजनों के साथ घर के अंदर बंद कमरे में बातचीत की। बेटी लक्षिता मिरानिया, जो घटना के वक्त मौके पर मौजूद थी, ने बताया कि किस तरह आतंकियों ने कलमा पढ़ने के लिए कहा और फिर पिता को गोली मार दी। परिवार की भावनात्मक स्थिति को देखते हुए अधिकारियों ने बहुत गहराई से सवाल नहीं किए। NIA ने परिजनों से कहा कि अगर आगे कोई भी बात याद आए या जरूरी लगे, तो संपर्क करें।
हमले से जुड़े संभावित पहलुओं पर रायपुर में जुटाई जा रही जानकारी
22 अप्रैल को हुए इस आतंकी हमले में 25 पर्यटकों और एक स्थानीय व्यक्ति की हत्या कर दी गई थी। हमले के बाद NIA ने मौके पर जांच शुरू की और अब देशभर के पीड़ित परिवारों से मिलकर बारीक जानकारी इकट्ठा कर रही है। रायपुर में मौजूद NIA की रीजनल टीम इस मामले में सेंट्रल यूनिट को हर ज़रूरी इनपुट मुहैया करा रही है। शुक्रवार को NIA की एक अन्य टीम पुणे भी पहुंची, जहां संतोष जगदाले के परिजनों से जानकारी ली गई।
पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने सरकार को ठहराया जिम्मेदार
इसी दिन पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल भी पीड़ित परिवार से मिलने पहुंचे। मीडिया से बात करते हुए उन्होंने इसे “इंटेलिजेंस फेल्योर” करार दिया और कहा कि केंद्र सरकार को इस जिम्मेदारी से भागना नहीं चाहिए। उन्होंने गृहमंत्री अमित शाह पर निशाना साधते हुए कहा कि जब यह क्षेत्र केंद्र शासित है, तो सुरक्षा की जिम्मेदारी किसकी थी?
NIA का परिचय
राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) देश की प्रमुख आतंकवाद-निरोधक एजेंसी है, जिसकी स्थापना 2008 के मुंबई हमलों के बाद की गई थी। इसे आतंकवाद से जुड़ी घटनाओं की जांच, आरोप तय करने और दोषियों की संपत्ति जब्त करने तक के अधिकार प्राप्त हैं। एजेंसी का मुख्यालय दिल्ली में है, जबकि रायपुर सहित देश के कई शहरों में इसकी क्षेत्रीय शाखाएं काम कर रही हैं।
हमले की जिम्मेदारी और अब तक की कार्रवाई
- इस हमले की जिम्मेदारी लश्कर-ए-तैयबा से जुड़े प्रॉक्सी संगठन TRF ने ली है।
- भारतीय सेना और जम्मू-कश्मीर पुलिस ने आतंकियों के खिलाफ सर्च ऑपरेशन तेज कर दिया है, जिसमें कई आतंकवादी मारे जा चुके हैं।
- गृहमंत्री अमित शाह और आर्मी चीफ उपेंद्र द्विवेदी श्रीनगर पहुंचकर हालात की समीक्षा कर चुके हैं।
जांच जारी, हर पहलू पर नजर
एनआईए की ओर से फिलहाल हर उस बिंदु की छानबीन की जा रही है, जिससे आतंकी साजिश की गहराई तक पहुंचा जा सके। रायपुर में हुई पूछताछ भी इसी कड़ी का हिस्सा है, ताकि घटना के सभी मानवीय, तकनीकी और साजिश संबंधी पहलुओं को स्पष्ट किया जा सके।