छत्तीसगढ़ के मनेंद्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर जिला मुख्यालय में एक अत्यंत संवेदनहीन मामला सामने आया है। कर्ज के बोझ तले दबे अमृतलाल साहू नामक व्यक्ति ने जब आत्महत्या कर ली, तो उनके शव का पोस्टमॉर्टम करने के लिए अस्पताल के कर्मचारियों ने परिजनों से ₹1300 की मांग कर डाली।
रात भर इंतजार के बाद भी वसूली की मांग
मृतक के भाई, सोहनलाल साहू ने बताया कि वे रात 11 बजे से अस्पताल में मौजूद थे। इसके बावजूद, अगले दिन दोपहर 12 बजे तक उनसे पोस्टमॉर्टम की फीस के नाम पर ₹1300 लिए गए। विडंबना यह है कि यह शर्मनाक घटना स्वयं स्वास्थ्य मंत्री श्यामबिहारी जायसवाल के विधानसभा क्षेत्र में घटित हुई है।
शोक संतप्त परिवार से अवैध वसूली
परिजनों का दुख और आक्रोश स्पष्ट है। उनका कहना है कि एक तरफ परिवार आत्महत्या के असहनीय पीड़ा से गुजर रहा है, वहीं दूसरी तरफ अस्पताल कर्मियों द्वारा इस प्रकार की अवैध वसूली की जा रही है। परिजनों ने इस कृत्य को मानवता को शर्मसार करने वाली घटना बताया है और ऐसी रिश्वतखोरी पर तत्काल रोक लगाने की मांग की है।