आज छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित जिले दंतेवाड़ा से एक दर्दनाक हादसे की खबर सामने आई है। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के बस्तर पंडुम (Bastar Pandum) कार्यक्रम में शामिल होने जा रहे ग्रामीणों से भरी एक पिकअप वाहन अनियंत्रित होकर पलट गई।
हादसे में 2 ग्रामीणों की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि 30 अन्य घायल हुए हैं। इनमें से 6 की हालत गंभीर बताई जा रही है और एक महिला की उंगलियां तक कट गई हैं।
उक्त मामले की कठोर निंदा करते हुए, जिला पंचायत उपाध्यक्ष सुकमा महेश कुंजाम ने कहा कि इसका जिम्मेदार शासन व प्रशासन है।
शासन प्रशासन पर आरोप लगाते हुए उन्होने कहा है कि जब भी कोई सरकारी कार्यक्रम आयोजित होता है, तब तब आदिवासियों को भेंड़ -बकरियों की तरह ट्रकों पिकअप जैसे माल वाहक गाड़ियों में ठूंस-ठूंस कर कार्यक्रम स्थल ले जाया जाता है। जिस हेतु किसी भी प्रकार की सुरक्षा व अन्य व्यवस्थाएं नही कर, भोले भाले आदिवासियों के जान के साथ खिलवाड़ किया जाता है। जिसका सीधा सीधा जिम्मेदार शासन प्रशासन है।
आगे उन्होने कहा कि आदिवासी ग्रामीण अपना जीवनयापन मजदूरी, खेती किसानी व जंगलों से करते हैं। जिसमे परिवार के मुखिया के ऊपर ही पूरे परिवार की जिम्मेदारी होती है। ऐसे में वो परिवार जिनका मुखिया अकेला हो, या जिनके बच्चे छोटे हों या अन्य भी, जो ऐसे जानबूझकर किये गए हादसों के शिकार हो जाते हैं तो उनकी परिवार के ऊपर बहुत बड़ी विपदा, जीवनयापन के साथ अन्य भी आ जाती हैं।
इसलिए हमारी मांग है की जितने भी लोग घायल है, उनका पुरा ईलाज शासन करवाए और उनके परिवार को उचित मुआवजा और प्रत्येक घायलो के परिजनो को प्रतिदिन की मजदूरी के दर से, पूर्ण रूप से स्वस्थ होने तक दिया जाए।