बिलासपुर सवितर्क न्यूज, कमल दुसेजा
श्री झुलेलाल चालिहा उत्सव में शामिल हुई छत्तीसगढ़ की राज्यपाल सुश्री अनुसुइया उइके
छत्तीसगढ़ प्रदेश की महामहिम राज्यपाल अनुसुइया उइके जी श्री झूलेलाल मंदिर सिंधु अमरधाम आश्रम झूलेलाल नगर चकरभाटा मे चालीहा उत्सव के अवसर पर सिन्धु अमरधाम आश्रम श्री झुलेलाल मंदिर पहुंची , यहां पर मंदिर के परम श्रद्धेय संत श्री लाल साई जी के द्वारा फूलों का गुलदस्ता देकर राज्यपाल जी का स्वागत किया गया एवं श्री झूलेलाल सखी महिला समूह के द्वारा राज्यपाल जी पर फूलों की वर्षा कर आरती की गई.
राज्यपाल महोदया मुख्य गेट से होते हुए मंदिर में पहुंची थी, यहां पर विराजमान भक्त जनों ने उनका तालियों से स्वागत किया, राज्यपाल जी का आगमन दोपहर 1 बजे हुआ.
कार्यक्रम की शुरुआत
इस कार्यक्रम में छत्तीसगढ़ विधानसभा के प्रतिपक्ष के नेता माननीय श्री धरमलाल कौशिक जी, बिलासपुर के लोकप्रिय सांसद अरुण साव, मस्तूरी के विधायक कृष्णमूर्ति बांधी, बेलतरा के विधायक रजनी सिंह, राष्ट्रीय महिला आयोग की सदस्य हर्षिता पांडे, पूर्व मंत्री अमर अग्रवाल, पूर्व अध्यक्ष छत्तीसगढ़ गृह निर्माण मंडल के भूपेंद्र सवन्नी, बोदरी नगर पंचायत के अध्यक्ष परदेसी रघुवंशी,
पूज्य सिंधी पंचायत चकरभाठा के संरक्षक राधेश्याम नथानी जी एवम्
परम श्रद्धेय संत लाल दास जी के द्वारा दीप प्रज्वलित करके कार्यक्रम की शुरुआत की गई.
महामहिम राज्यपाल जी के लिए स्वागत भाषण बरखा जसूजा ने पढ़ा ,
पूज्य सिंधी पंचायत चकरभाटा के अध्यक्ष प्रकाश जसवानी जी के द्वारा महामहिम राज्यपाल जी को
भगवान झूलेलाल झूलेलाल मंदिर के बारे में जीवनी बताई गई और उपस्थित अतिथियों का स्वागत चकरभाटा बिलासपुर तिल्दा भाटापारा गोंदिया दुर्ग राजनांदगांव से आए हुये भक्तजनों ने किया.
भारतीय सिंधु सभा की प्रदेश अध्यक्ष श्रीमती विनीता भावनानी जी भारतीय सिंधु सभा बिलासपुर की अध्यक्ष कंचन मलघानी, सेंट्रल महिला विंग की संरक्षक दीपा आहूजा, सदस्य चंदा ठाकुर एवं अन्य सदस्यों ने मिलकर महामहिम राज्यपाल का गुलाब फूल देकर स्वागत किया.
इसी कड़ी में श्रीमती विनीता भावनानी जी ने महामहिम राज्यपाल जी को सिंधी कढ़ाई से बुनाई की गई वस्तु भेंट की गई, बरखा जी के द्वारा फूलों का गुलदस्ता देकर स्वागत किया गया
अन्य अतिथियों का स्वागत
शोभराज जसूजा प्रकाश जेसवानी रमेश कलवानी डीडी आहूजा बल्लू आडवाणी किशोर आडवाणी कालू मलघानी राजा जेसवानी गुरमुखदास आहूजा लोगों ने किया महामहिम राज्यपाल जी ने अपने उद्बोधन में
संत श्री लाल दास जी से आशीर्वाद मांगा कि वह प्रदेश की लोगों की सेवा करती रहे वह उन्हें बहुत खुशी हुई ईतने सुंदर मंदिर व संत जी से मिलने का सौभाग्य मिला ,
उन्होंने कहा जब भी मंदिर में कोई भी कार्यक्रम होगा मुझे जब भी बुलाएंगे तो मैं जरूर आऊंगी
उन्होंने कहा कि सिंधी समाज ने आजादी के बाद बहुत हुए बंटवारे में बहुत पीड़ा सही है बहुत दुख तकलीफ देखी है
और अपनी मेहनत से आज वह सक्षम है और प्रदेश और देश की लोगों की सेवा कर रहे हैं
मंदिर के द्वारा लगातार हो रहे कल्याणकारी कार्यो की भी उन्होंने प्रशंसा की
के बाद फिर मैं फिर से साईं जी से आशीर्वाद मांगा
छत्तीसगढ़ प्रदेश के प्रतिपक्ष के नेता माननीय श्री धरमलाल कौशिक जी ने
अपने उद्बोधन में शुरुआत भगवान झूलेलाल के जयकारे से की
और कहां आज का दिन बड़ा ही भाग्यशाली है कि इस चालिहा उत्सव के अवसर पर प्रदेश के महामहिम राज्यपाल हमारे बीच आई हैं और यह 2021 वा साल सबके लिए खुशहाली लाएगा उन्नति लाएगा
हमें बड़े गर्व होता है कि हमारे संत लाल दास जी ने प्रदेश के बाहर अलग-अलग प्रदेशों में जहां तक विदेशों में भी हमारे इस नगर का नाम गर्व से ऊंचा किया है
इस जगह का नाम श्री झूलेलाल मंदिर के नाम से प्रसिद्ध हो गया है
हम एक दो घंटा चुप नहीं बैठ सकते हैं मोबाइल के बिना नहीं बैठ सकते हैं
और हमारे बीच बैठे संत जी एक-दो दिन नहीं बल्कि पूरे 40 दिन तक मौन व्रत रखते हैं और भगवान की आराधना पूजा में लगे रहते हैं और जो फल मिलता है वह सभी भक्तों को देते हैं ऐसे सरल व प्यारे संत जी है हमारे जो भक्तों की ओर लोगों की सेवा में लगे रहते हैं
मंच संचालन रमेश कलवानी प्रकाश जेसवानी ने किया
कार्यक्रम के आखिर में
प्रदेश की महामहिम राज्यपाल जी का संत लाल दास जी के द्वारा स्मृति चिन्ह व शाल पहनाकर सम्मान किया गया एवं अन्य
अतिथियों को भी स्मृति चिन्ह देकर सम्मान किया गया
आभार प्रदर्शन
प्रकाश जसवानी ने किया
आए हुए सभी भक्त जनों के लिए प्रभु का प्रसाद रूप भोजन की व्यवस्था की गई थी
बड़ी संख्या में भक्तजनों ने भंडारा ग्रहण किया
इस आयोजन में शामिल होने के लिए चकरभाटा बिल्हा भाटापारा तिल्दा रायपुर दुर्ग भिलाई गोंदिया मुंगेली रायगढ एवं कई शहरों से भक्तजन पहुंचे थे
इस पूरे आयोजन को सफल बनाने में
बाबा गुरमुखदास सेवा समिति पूज्य सिंधी पंचायत चकरभाटा श्री झूलेलाल महिला सखी सेवा ग्रुप सभी सदस्यों का विशेष योगदान रहा
भवदीय
Editor In Chief