नया शीर्षक: “कोरोना के बाद सीजी बोर्ड परीक्षार्थियों की संख्या में गिरावट जारी: इस वर्ष 27,000 की कमी”

राजेन्द्र देवांगन
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कोरोना महामारी के बाद से छत्तीसगढ़ बोर्ड (CGBSE) में छात्रों की संख्या में लगातार कमी देखी जा रही है, विशेषकर बारहवीं कक्षा में। वर्ष 2024 की परीक्षा में बारहवीं के परीक्षार्थियों की संख्या में 70,000 की कमी आई थी, जबकि 2025 की परीक्षा में यह संख्या लगभग 17,000 कम हुई है।

विशेषज्ञों का मानना है कि यह स्थिति कोरोना काल के दौरान परीक्षा प्रणाली में हुए बदलावों के कारण उत्पन्न हुई है। वर्ष 2021 में दसवीं की परीक्षा सामान्य रूप से नहीं हो सकी थी और असाइनमेंट के आधार पर मूल्यांकन किया गया था, जिससे परिणाम शत-प्रतिशत रहा। ये ही छात्र वर्ष 2023 में बारहवीं की परीक्षा में शामिल हुए, जिससे उस वर्ष परीक्षार्थियों की संख्या अधिक रही। अब धीरे-धीरे स्थिति सामान्य हो रही है, जिससे बारहवीं में परीक्षार्थियों की संख्या में कमी देखी जा रही है।

दूसरी ओर, दसवीं कक्षा में भी छात्रों की संख्या में कमी आई है। इस वर्ष दसवीं के लिए 3.30 लाख आवेदन प्राप्त हुए हैं, जबकि पिछले वर्ष यह संख्या 3.40 लाख थी। बारहवीं के लिए इस वर्ष 2.41 लाख फॉर्म आए हैं, जबकि पिछले वर्ष 2.58 लाख परीक्षार्थी थे।

छत्तीसगढ़ माध्यमिक शिक्षा मंडल ने 2025 की बोर्ड परीक्षाओं की समय-सारणी जारी कर दी है। बारहवीं की परीक्षाएं 1 से 28 मार्च 2025 तक और दसवीं की परीक्षाएं 3 से 25 मार्च 2025 तक आयोजित की जाएंगी। प्रायोगिक परीक्षाएं 10 से 31 जनवरी 2025 के बीच स्कूलों में होंगी।

इस वर्ष से बोर्ड परीक्षा प्रणाली में बदलाव किए गए हैं, जिसके तहत अब वर्ष में दो बार बोर्ड परीक्षाएं होंगी और पूरक परीक्षाएं नहीं होंगी। प्रथम बोर्ड परीक्षा 2024 में दसवीं में 75.61% और बारहवीं में 80.74% छात्र उत्तीर्ण हुए थे, जबकि द्वितीय बोर्ड परीक्षा में दसवीं में 15.19% और बारहवीं में 32.59% छात्र पास हुए थे।

प्री-बोर्ड परीक्षाएं 20 से 29 जनवरी 2025 तक आयोजित की जाएंगी, जिसमें मूल्यांकन के बाद छात्रों को उनकी उत्तर पुस्तिकाएं दिखाई जाएंगी, ताकि वे अपनी गलतियों को समझ सकें और सुधार कर सकें। जिन छात्रों का प्रदर्शन प्री-बोर्ड में संतोषजनक नहीं होगा, उनके लिए विशेष कक्षाएं भी आयोजित की जाएंगी।

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