रतलाम। गणेश प्रतिमा पर पत्थर मारने की अफवाह फैलाकर शहर में दंगे की साजिश रचने वाला लखन अब पुलिस की हिरासत में है। इसके साथ ही लोगो को उकसाने वाली काजल गुरु किन्नर को भी गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। गणेश प्रतिमा पर पत्थर मारने की अफवाह फैलाने के बाद शहर में तनाव फैल गया था और हिंदू मुस्लिम समुदाय के बीच तनाव की स्थिति निर्मित हो गई थी। इसके बाद हिन्दू संगठन के लोगो ने दो बत्ती थाने का घेराव कर दिया था। और जमकर हंगामा किया था। यहां पर पुलिस ने समझे भी दी थी लेकिन यहां पर हंगामा बढ़ता गया और अज्ञात पर प्रकरण दर्ज होने के बाद भी भीड़ नहीं हटी और वापस मुस्लिम बहुल क्षेत्र में पहुंच गई यहां पर स्थिति तनाव पूर्ण हो गई और पुलिस को हल्का बल प्रयोग करना पड़ा इस पूरे घटनाक्रम के बीच पुलिस ने पूरी मामले पर नज़रें बनाई हुई थी और सीसीटीवी चेक किया यहां पर अफवाह फैलाने वाले लखन ने पुलिस को गुमराह करने के लिए पत्थर मारने की तीन अलग अलग जगह बताई। जहां पर पुलिस ने सीसीटीवी चेक किया लेकिन ऐसा कोई वीडियो या पत्थर बाजी की घटना सामने नहीं आई। काफी समझाने के बाद भीड़ जब बेकाबू हुई तो पुलिस को हल्का बल प्रयोग करना पड़ा। इसके बाद भीड़ मुस्लिम बहुल क्षेत्र में पहुंच गई और कई वाहनों में तोड़फोड़ की। जिसे हटाने के लिए पुलिस ने बल प्रयोग किया। इस मामले में पुलिस ने 13 नामजद लोगो के खिलाफ केस दर्ज किया है। और 3 गिरफ्तार हुए है।
मुख्य आरोपी दंगाई लखन रजवानिया, काजल किन्नर, रवि शर्मा, महेंद्र सोलंकी, रवि सेन, विजय प्रजापत, नितेश, मुकेश बंजारा, मंथन भोंसले, अमन जैन, भाजपा नेता जलज सांखला, जयदीप गुर्जर, अज्जू बरगुंडा के खिलाफ भीड़ को उकसाने का मामला दर्ज।उल्लेखनीय है कि बीती रात मोचीपुरा क्षेत्र में निकल रहे गणेश प्रतिमा के जुलूस पर हुए पथराव की झूटी खबर के बाद कई युवक स्टेशन रोड थाने पर पंहुचे थे और उन्होने थाने का घेराव करते हुए चक्काजाम भी कर दिया था। पुलिस ने जुलूस पर हुए पथराव के मामले में अज्ञात आरोपियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करते हुए दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्यवाही करने का आश्वासन भी दिया था। पुलिस अधिकारियों ने प्रदर्शनकारियों को प्रदर्शन समाप्त कर अपने घरों को लौट जाने की समझाईश भी दी थी। लेकिन थाने से प्रदर्शन समाप्त कर लौटते समय इन युवकों ने हाथीखाना क्षेत्र जबरन घुस कर मुस्लिम घरों के बाहर नारेबाजी करते हुए कई वाहनों को क्षतिग्रस्त कर दिया और कुछ घरों पर पत्थर भी फेंके। पुलिस ने उन्हें रोकने की कोशिश की थी लेकिन उपद्रवी नही माने। रात करीब साढे ग्यारह बजे हुए इस घटनाक्रम को नियंत्रित करने के लिए पुलिस को न सिर्फ लाठी चार्ज करना पडा था, बल्कि आंसूगैस के गोले भी छोडे थे। पुलिस ने इस मामले में कड़ी कार्यवाही करते हुए प्रदर्शन करने वाले लखन रजवानिया,काजल किन्नर समेत कुल 13 नामजद और 150 सौ लोगों के विरुद्ध बीएनएस की विभिन्न धाराओं के तहत प्रकरण दर्ज किया है।पूरे मामले की जानकारी देते हुए एसएसपी राहूल कुमार लोढा ने कहा कि बीती रात गणेश प्रतिमा के जुलूस पर हुए पथराव की घटना की पुलिस द्वारा बारीकी से जांच की जा रही है। यह घटना जिस क्षेत्र में होना बताई जा रही है, वह पूरा इलाका सीसीटीवी से लैस है और सीसीटीवी फुटेज चैक किए गए लेकिन ऐसा कुछ नजर नहीं आया। वही लखन राजवानिया द्वारा 3 जगह बदलकर घटना बताया गया। जिससे पुलिस को भी शंका हुई थी। एसएसपी ने कहा कि अब तक सीसीटीवी फुटेज में पत्थर फेंकने की घटना के दृश्य नहीं मिले है। पुलिस इन सारी बातों की बारीकी से जांच कर रही है। एसएसपी ने प्रेस कान्फ्रेन्स के दौरान बीती रात हुए घटनाओं की पुनरावृति ना हो इस लिए चेतावनी दी है की अफवाह ना फैलाए वरना सख्त कार्यवाही की जाएगी।
बीती रात हाथीखाना क्षेत्र में वाहनों में तोडफोड करने के मामले में पुलिस ने तेरह लोगों के खिलाफ नामजद रिपोर्ट दर्ज की है। इनमें दंगाई लखन रजवानिया, काजल किन्नर, रवि शर्मा, महेन्द्र सोलंकी, जलज सांखला. रवि सेन, विजय प्रजापत, नीलेश, मूकेश बंजारा, मंथन मूसले, अमन जैन, जयदीप गूर्जर और अज्जू बरगुण्डा। इनमें से छः लोगों को अभी तक . न्याय संहिता की धारा 189(1),189(2),190,191(1), 191(3), 57,324 (5) और 296 के तहत प्रकरण दर्ज किया गया है।