अमृत महोत्सव:जिन धुर नक्सल गांवों के लोगों ने नहीं देखा राष्ट्रध्वज, वहां सीआरपीएफ बांट रही तिरंगा

राजेन्द्र देवांगन
3 Min Read

धुर नक्सलगढ़ क्षेत्र दयापारा में सीआरपीएफ के अफसर व जवान ग्रामीणों को राष्ट्रध्वज बांट रहे

देशभर में आजादी के अमृत महोत्सव की धूम है। हर घर तिरंगा अभियान भी जोरों पर चल रहा है। देश में कुछ ऐसे इलाके भी हैं जहां के रहवासियों ने अब तक न तो तिरंगा देखा और न ही इसका महत्व समझ पाए हैं। ये ऐसे इलाके हैं जहां नक्सलियों की ज्यादा चलती रही है। राष्ट्रध्वज फहराने पर पाबंदी होती है। अब ऐसे इलाकों में सीआरपीएफ के अफसर घुस रहे हैं। नक्सलियों की चुनौती के बीच भी ग्रामीणों के बीच पहुंच तिरंगा बांट रहे, इसका महत्व, देश को आजाद कराने शहीदों के दिए बलिदान के बारे में बता लोगों को प्रेरित कर रहे।

दरअसल यह पहला मौका है जब नक्सलगढ़ के गांवों के हर एक ग्रामीणों के हाथ व घरों में राष्ट्रध्वज होगा। सीआरपीएफ की 230 बटालियन के कमांडेंट दिनेश सिंह चंदेल, डिप्टी कमांडेंट बलराम और इस बटालियन के जवान ऐसे इलाकों में पहुंचे जहां के कई ग्रामीणों ने अब तक तिरंगा देखा ही नहीं। उनके हाथ में राष्ट्रध्वज दिया जा रहा है। नक्सलगढ़ में भारत माता की जय जयकार लग रही है। देशभक्ति की भावना जागृत की जा रही है।

ग्रामीणों ने कहा हमारे लिए यह बहुत ही खास मौका है। हम अपने घरों में तिरंगा फहराएंगे। दरअसल सीआरपीएफ 230 बटालियन सुकमा व दंतेवाड़ा जिले के धुर नक्सलगढ़ गांव चिंगावरम, रेंगानार, भूसारास घाटी, छिंदगुफ़ा, नेरली सहित अन्य गांवों में तैनात है। ये सभी गांव नक्सलियों का गढ़ रहे हैं। कैम्प खुलने के बाद लोगों को राहत मिली है।

खौफ के बीच बन रहा देशभक्ति का माहौल

सीआरपीएफ अफसरों व जवानों को ऐसे इलाके में तिरंगा बांटकर ग्रामीणों को इसका महत्व बताना भी इतना आसान नहीं है। कुछ ग्रामीण तिरंगा लेने से भी भयभीत भी हो रहे हैं। सीआरपीएफ के अफसर उन गांवों में भी पहुंच रहे जहां सुरक्षा बलों का कैम्प नहीं है। ग्रामीणों ने दबी जुबां से अफसरों व जवानों को बताया कि जब फोर्स यहां आती है तो नक्सली दूर भाग जाते हैं। लेकिन जब पुलिस, सीआरपीएफ नहीं आती है तो नक्सलियों की आवाजाही लगी रहती है।

चुनौती है, लेकिन सभी मिलकर बनाएंगे सफल: कमांडेंट

सीआरपीएफ 230 बटालियन के कमांडेंट दिनेश सिंह चंदेल ने भास्कर को बताया कि दंतेवाड़ा सहित सुकमा जिले के धुर नक्सल प्रभावित गांवों में बटालियन की कंपनी है। जिन गांवों में सीआरपीएफ तैनात है उस गांव के अलावा यहां के आसपास के गांवों में भी हमारा फोकस है। हमारे अफसर व जवान लगातार ऐसे गांवों में पहुंच ग्रामीणों को राष्ट्रध्वज बांट इसका महत्व बता रहे हैं। इन गांवों में देशभक्ति का माहौल बन रहा है। ग्रामीण जागरूक होने लगे हैं, निश्चित ही बदलाव आएगा।

Share This Article