जिला स्तरीय तिलहन किसान मेला एवं संगोष्ठी में दी गई नई तकनीक और योजनाओं की जानकारी
मुंगेली, 18 अक्टूबर 2025//राज्य स्थापना के 25 वर्ष पूर्ण होने के उपलक्ष्य में रजत महोत्सव के अवसर पर आज जिला मुख्यालय स्थित कृषि उपज मंडी प्रांगण में नेशनल मिशन ऑन एडिबल ऑयल (ऑइलसीड्स) योजनांतर्गत जिला स्तरीय तिलहन किसान मेला एवं कृषक संगोष्ठी का भव्य आयोजन हुआ। कार्यक्रम का आयोजन कलेक्टर श्री कुंदन कुमार के मार्गदर्शन में कृषि विभाग मुंगेली द्वारा किया गया।
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में मुंगेली विधायक श्री पुन्नूलाल मोहले उपस्थित रहे। साथ ही जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीकांत पांडेय, अतिरिक्त कलेक्टर श्रीमती निष्ठा पांडेय तिवारी, अपर कलेक्टर श्री गिरधारी लाल यादव, एसडीएम श्री अजय शतरंज, जिला पंचायत सदस्य श्री उमाशंकर साहू सहित अन्य जनप्रतिनिधि, गणमान्य नागरिक श्री दीनानाथ केसरवानी, श्री देवचरण भास्कर, उप संचालक कृषि श्रीमती वीणा ठाकुर, सहायक संचालक कृषि श्री सुभाष सोनी, वरिष्ठ कृषि विकास अधिकारी श्री कुशल प्रसाद घिंडोरे, उद्यान अधिकारी श्रीमती अनिता मिश्रा, आत्मा परियोजना की डिप्टी प्रोजेक्ट डायरेक्टर श्रीमती निवेदिता गवेल सहित कृषि, पशु चिकित्सा, मत्स्यपालन व उद्यानिकी विभाग के अधिकारी बड़ी संख्या में उपस्थित रहे।
कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्वलन एवं सरस्वती वंदना के साथ पारंपरिक विधि से हुआ। इसके पश्चात अतिथियों द्वारा उपस्थित किसानों का स्वागत किया गया और कार्यक्रम का औपचारिक शुभारंभ किया गया किसान मेले का उद्देश्य किसानों को तिलहन फसलों की उन्नत तकनीक, जैविक खेती, मृदा परीक्षण, मिलेट्स उत्पादन, पशुपालन एवं मत्स्य पालन के आधुनिक तरीकों की जानकारी देना था, जिससे देश की खाद्य तेलों पर आयात निर्भरता घटाई जा सके और घरेलू उत्पादन में वृद्धि हो।
मेले में कृषि विभाग, कृषि विज्ञान केंद्र, पशु चिकित्सा, उद्यानिकी एवं मत्स्य विभाग के आकर्षक प्रदर्शनी स्टॉल लगाए गए। किसानों ने इन स्टॉलों का भ्रमण कर व्यावहारिक ज्ञान प्राप्त किया। कार्यक्रम में किसानों को विभागीय योजनाओं के अंतर्गत स्प्रेयर मशीन, पीएम किसान कार्ड, स्वायल हेल्थ कार्ड, फसल बीमा कार्ड, सब्जी मिनीकिट, आइस बॉक्स आदि का वितरण किया गया।
विधायक श्री मोहले ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि राज्य के 25 वर्षों की विकास यात्रा में कृषि क्षेत्र ने उल्लेखनीय उपलब्धियां हासिल की हैं। सरकार का उद्देश्य किसानों की आय दोगुनी करना और उन्हें आधुनिक तकनीक से जोड़ना है। ऐसे मेले किसानों को नई दिशा और नवाचार की प्रेरणा देते हैं। कृषि विशेषज्ञों ने संगोष्ठी में कहा कि भारत तिलहन उत्पादन में आत्मनिर्भर बन सकता है, यदि किसान उन्नत बीजों का उपयोग, जलवायु अनुकूल फसलों का चयन और आधुनिक तकनीक को अपनाएं। किसान मेला में लगभग 750 से अधिक किसानों ने भाग लिया। उन्होंने विभिन्न स्टॉलों से जैविक खेती, बीमा योजनाओं, सरकारी सब्सिडी एवं नई तकनीकों की जानकारी ली। कार्यक्रम का संचालन कृषि अधिकारी श्री वेदप्रकाश परिहार ने किया तथा धन्यवाद ज्ञापन श्री उमेश दीक्षित ने प्रस्तुत किया।

