कांकेर जिले के कोयलीबेड़ा पुलिस ने 8 लाख रुपए के इनामी नक्सली माड़वी भीमा उर्फ जतिन को मुठभेड़ में मार गिराया। यह मुठभेड़ 2 फरवरी को पानीडोबीर के जंगल में हुई थी। बुधवार को मृतक नक्सली के परिजन सुकमा से कांकेर पहुंचे और उसके शव को अंतिम संस्कार के लिए ले गए।
नक्सल संगठन से 20 साल पहले जुड़ा था भीमा
मृतक नक्सली के जीजा मड़कम सोनू ने बताया कि माड़वी भीमा का जन्म सुकमा जिले के कोटा ब्लॉक के किस्टानार थाना क्षेत्र के गट्टापारा गांव में हुआ था। करीब 20 साल की उम्र में वह नक्सलियों के विचारों से प्रभावित होकर संगठन में शामिल हो गया था।
पुलिस के डर से परिवार से दूर रहा
परिजनों ने बताया कि बीते 15-20 वर्षों में भीमा केवल 4-5 बार ही घर आया था। आखिरी बार उसकी मुलाकात 2024 में हुई थी। जब भी वह गांव आता था, तो पुलिस के डर से केवल कुछ लोगों से मिलकर जंगलों में लौट जाता था।
पत्नी का चेहरा तक नहीं देखा परिवार ने
परिजनों ने बताया कि संगठन में रहते हुए भीमा ने शादी की थी, लेकिन परिवार ने न तो उसकी पत्नी को
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