गणतंत्र दिवस पर राष्ट्रपति का न्योता: कवर्धा के बैगा परिवारों को मिलेगा विशेष सम्मान

राजेन्द्र देवांगन
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गणतंत्र दिवस समारोह में शामिल होंगे कवर्धा के बैगा परिवार, राष्ट्रपति ने भेजा विशेष निमंत्रण

कवर्धा। गणतंत्र दिवस 2024 के ऐतिहासिक अवसर पर छत्तीसगढ़ के कबीरधाम जिले के पंडरिया विकासखंड के तीन विशेष पिछड़ी जनजाति बैगा परिवारों के छह सदस्यों को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने आमंत्रित किया है। ये परिवार 26 जनवरी को दिल्ली के कर्तव्य पथ पर आयोजित 76वें गणतंत्र दिवस समारोह में शामिल होंगे। यह सम्मान केवल इन परिवारों के लिए ही नहीं, बल्कि पूरे कबीरधाम जिले और प्रदेश के लिए गौरव का विषय है।

किन परिवारों को मिला आमंत्रण?

राष्ट्रपति के विशेष निमंत्रण प्राप्त करने वालों में ग्राम पंचायत कादावनी के आश्रित ग्राम पटपरी की जगतिन बाई बैगा और उनके पति फूल सिंह बैगा, ग्राम तेलियापानी की तीतरी बाई बैगा और पति बुध सिंह बैगा, तथा ग्राम तेलियापानी की ही बाली बाई बैगा और उनके पति सोनू राम बैगा शामिल हैं।
जिला प्रशासन ने इन परिवारों को सुरक्षित दिल्ली ले जाने की जिम्मेदारी जिला क्रेडा अधिकारी नंद कुमार गायकवाड़ को सौंपी है।

राष्ट्रपति के लिए लेकर जाएंगी पारंपरिक उपहार

निमंत्रित बैगा परिवारों के सदस्यों ने अपनी खुशी जाहिर करते हुए कहा कि यह उनके लिए अभूतपूर्व अवसर है। जगतिन बाई बैगा, जो अपने पति के साथ हवाई यात्रा से पहली बार दिल्ली जा रही हैं, ने बताया कि वे राष्ट्रपति मुर्मू के साथ डिनर करेंगी और अपने गांव की समस्याओं पर चर्चा करेंगी। इसके अलावा, वे राष्ट्रपति के लिए पारंपरिक बिरन माला और मिठाई भी लेकर जाएंगी।

गांव के विकास की मांग करेंगी जगतिन बाई

जगतिन बाई ने बताया कि उनके पति मजदूरी कर परिवार का भरण-पोषण करते हैं। वे राष्ट्रपति से अपने गांव में बोरिंग, आंगनवाड़ी केंद्र और अस्पताल जैसी बुनियादी सुविधाएं उपलब्ध कराने की मांग करेंगी। उन्होंने यह भी बताया कि बिजली आने से पहले गांव में काफी कठिनाइयां थीं, लेकिन अब स्थितियां कुछ बेहतर हुई हैं।

राष्ट्रपति के साथ रात्रि भोज और ऐतिहासिक स्थलों का भ्रमण

इन परिवारों को न केवल गणतंत्र दिवस समारोह में विशेष अतिथि के रूप में शामिल होने का सम्मान मिलेगा, बल्कि वे राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के साथ आयोजित विशेष रात्रि भोज में भी सम्मिलित होंगे। इसके अलावा, उन्हें प्रधानमंत्री आवास, संसद भवन, राष्ट्रपति भवन और अन्य ऐतिहासिक स्थलों का भ्रमण भी कराया जाएगा।

यह सम्मान छत्तीसगढ़ की बैगा जनजाति की सांस्कृतिक विरासत और उनके योगदान को राष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाने का अवसर प्रदान करेगा।

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