कोरबा में हाई वोल्टेज ड्रामा: ठगी की शिकार महिलाओं और मंत्रियों के बीच तीखी बहस
कोरबा। छत्तीसगढ़ के कोरबा जिले में रविवार को हाई वोल्टेज ड्रामा देखने को मिला, जब फ्लोरा मैक्स ठगी की शिकार सैकड़ों महिलाएं अपनी मांगों को लेकर सड़क पर बैठ गईं और राज्य सरकार के दो कैबिनेट मंत्रियों का रास्ता रोक लिया। महिलाओं और मंत्रियों के बीच तीखी बहस हुई, जिससे माहौल गरमा गया।
सड़क जाम कर बैठीं महिलाएं, मंत्रियों का रास्ता रोका
रविवार को पंचायत मंत्री रामविचार नेताम और उद्योग मंत्री लखन लाल देवांगन कोरबा के आईटीआई चौक स्थित वनवासी आश्रम में एक कार्यक्रम में शामिल होने पहुंचे थे। कार्यक्रम खत्म कर जब वे लौटने लगे, तभी लगभग 500 महिलाओं ने उनका रास्ता रोक लिया। ये महिलाएं फ्लोरा मैक्स कंपनी द्वारा ठगी का शिकार हुई थीं और सरकार से लोन माफी की मांग कर रही थीं।
पंचायत मंत्री नेताम बोले – ‘कर्जा माफ नहीं होगा’
महिलाओं से बातचीत करने पहुंचे पंचायत मंत्री रामविचार नेताम ने पहले पूछा – “तुम लोगों का नेता कौन है?” महिलाओं ने जवाब दिया कि वे स्वतः संगठित हैं और उनका कोई नेता नहीं है।
इसके बाद मंत्री नेताम ने सख्त लहजे में कहा –
“इस तरह सड़क पर बैठने से कुछ नहीं होगा। सरकार ने कर्ज नहीं दिया, तो सरकार माफ कैसे करेगी? बड़े-बड़े उद्योगपतियों का कर्ज माफ नहीं होता, तुम्हारा कहां से होगा?”
मंत्री ने यह भी कहा कि कंपनी के मालिक जेल में हैं और उनसे वसूली कर पैसा लौटाने का प्रयास किया जा रहा है। इसके बावजूद महिलाओं का आक्रोश बढ़ता गया।
“दारू-मुर्गा खाकर पैसा उड़ा दिया?” – मंत्री के बयान पर भड़की महिलाएं
महिलाओं की नाराजगी तब और बढ़ गई जब मंत्री नेताम ने कहा –
“जब लोन ले रहे थे, तब मजा आ रहा था, दारू और मुर्गा खाकर सब उड़ा दिया।”
इस बयान पर महिलाओं ने कड़ी प्रतिक्रिया दी और जोरदार विरोध जताया। उन्होंने कहा –
“हम नाटक नहीं कर रहे, भूख से मर रहे हैं!”
उद्योग मंत्री लखन लाल देवांगन का विवादित बयान – “उठाकर फेंकवा देंगे!”
इसी बीच, उद्योग मंत्री लखन लाल देवांगन भी मौके पर पहुंचे और उन्होंने महिलाओं को धमकी भरे अंदाज में कहा –
“शासन-प्रशासन अभी सहयोग कर रहा है, लेकिन यदि हेकड़ी कम नहीं हुई तो यहां से उठाकर फेंकवा देंगे!”
मंत्री का यह बयान सुनकर महिलाओं में जबरदस्त आक्रोश फैल गया। उन्होंने पलटवार करते हुए कहा –
“हमें उठाकर फेंक दोगे? याद रखना, हम तुम्हें सत्ता से उखाड़ फेंकेंगे!”
फ्लोरा मैक्स घोटाला: कैसे हुई ठगी?
- फ्लोरा मैक्स नामक कंपनी ने महिलाओं को आजीविका का झांसा देकर लोन दिलवाया।
- 45 से अधिक निजी वित्त कंपनियों से 30-30 हजार के लोन दिलवाए, जिनकी कुल राशि 100 करोड़ रुपये से ज्यादा थी।
- कंपनी ने लोन की रकम खुद रख ली और महिलाओं को सामान के रूप में भुगतान किया।
- शुरुआत में हर महीने 2700 रुपये की सैलरी दी जाती थी, लेकिन बाद में यह बंद कर दी गई।
- कंपनी के अधिकारी करीब ढाई करोड़ रुपये लेकर फरार हो गए।
- अब बैंकों और वित्त कंपनियों ने महिलाओं पर वसूली का दबाव बनाना शुरू कर दिया।
महिलाओं का संघर्ष जारी, सरकार से कर्ज माफी की मांग
कई घंटों तक चले इस हंगामे के बाद पुलिस की मौजूदगी में महिलाओं ने रास्ता खाली कर दिया, लेकिन उनका गुस्सा बरकरार है। वे सरकार से कर्ज माफी की मांग पर अड़ी हुई हैं और चेतावनी दे रही हैं कि अगर सरकार ने समाधान नहीं निकाला, तो आंदोलन और तेज किया जाएगा।
सरकार की मुश्किलें बढ़ीं, मामले ने पकड़ा तूल
मंत्रियों के विवादास्पद बयानों से मामला और तूल पकड़ चुका है। विपक्षी दलों और सामाजिक संगठनों ने भी सरकार को घेरना शुरू कर दिया है। अब देखना होगा कि सरकार इस मामले का समाधान कैसे निकालती है।

