ज्ञान से भक्ति का मार्ग होता है श्रेष्ठ ,आती है एकाग्रता : शास्त्री
मस्तूरी ज्ञान के मार्ग से श्रेष्ठ मार्ग भक्ति का मार्ग इससे भटकाव की जगह एकाग्रता आती है उक्त बातें श्रीमद भागवत कथा ज्ञानयज्ञ मस्तूरी के बाजार पारा में नव कुण्डात्मक महारुद्र यज्ञ प्रांगण में श्रीमद भागवत कथा में व्यासपीठ से पंडित श्रीकृष्णकांत शास्त्री ने कही उन्होंने कहा श्रीमद्भागवत कथा ज्ञान यज्ञ को सुनने के लिये भगवान भी आतुर रहते है जीवन मे बहुत पुष्य कार्य करने पर इस प्रकार के शुभ अवसर मिलता है उन्होंने श्रीमद्भागवत कथा में भगवान की जन्म की कथा को बताया उन्होंने कहा भगवान श्रीराम और श्रीकृष्ण असुरो का नाश करने के लिए जन्म लिए कथा श्रवण के लिए बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहुच रहे है मस्तूरी बाजार पारा में नव कुण्डात्मक महारुद्र यज्ञ प्रांगण में आयोजित श्रीमद भागवत कथा में आचार्य पंडित कृष्णकांत शास्त्री कथा के प्रथम दिन उपस्थित श्रद्धालुओं को कथा का श्रवणपान कराये इस अवसर पर किशोर तिवारी , सुरेंद्र त्रिपाठी ,बिनोद सारथी , अनिल देशमुख, सुरेश श्रीवास्तव, गजानंद राठौर, राजेन्द्र श्रीवास्तव, पप्पू यादव,आशीष चतुर्वेदी, गजानन्द विश्वकर्मा, सहित अन्य श्रद्धालुओं गण उपस्थित रहे