छत्तीसगढ़ में पहली बार माफिया स्टाइल कार्रवाई: नशे के धंधे में बच्चों-युवाओं को धकेलने वाली महिला की 35 लाख की संपत्ति जब्त
छत्तीसगढ़ में नशे के अवैध कारोबार पर पुलिस ने बड़ी कार्रवाई की है। बिलासपुर में पहली बार पुलिस ने एनडीपीएस एक्ट के तहत माफिया स्टाइल में कार्रवाई करते हुए नशे के कारोबार में शामिल एक महिला गोदावरी उर्फ गिन्नी कुर्रे की 35 लाख की संपत्ति जब्त की है। यह कार्रवाई एनडीपीएस एक्ट 1985 की धारा 68एफ के तहत हुई, जिसमें महिला द्वारा अवैध तरीके से अर्जित संपत्ति को राजसात कर लिया गया।
परिवार के बच्चों और युवाओं का किया इस्तेमाल
महिला ने अवैध कमाई के लिए अपने परिवार के बच्चों और युवाओं को नशे के धंधे में झोंक दिया। महज दो साल में उसने बिलासपुर में मकान, जमीन और अन्य संपत्तियां खड़ी कर लीं। पुलिस ने जांच में पाया कि उसके खाते में नशे के कारोबार से करोड़ों का लेनदेन हुआ। जांच के दौरान गोदावरी के नाम पर 12 लाख का फ्लैट, 1785 वर्ग फीट जमीन और 2 लाख की बीमा पॉलिसी का भी पता चला, जिसे अब जब्त कर लिया गया है।
मध्य प्रदेश और रायपुर के गिरोह से जुड़े तार
सिविल लाइन पुलिस ने कार्रवाई करते हुए गोदावरी की भाभी और अन्य रिश्तेदारों को भी गिरफ्तार किया। इस दौरान रायपुर और मध्य प्रदेश के सप्लायरों को पकड़कर 31 लाख रुपए की नशीली दवाइयां भी जब्त की गईं। बिलासपुर पुलिस ने रायपुर और बालाघाट में छापेमारी कर पूरे गिरोह का भंडाफोड़ किया।
गिरफ्तार गैंग के सभी सदस्य जेल में
इस मामले में गोदावरी समेत पूरे परिवार के लोग शामिल पाए गए। इनमें से कई के खिलाफ पहले से एनडीपीएस, आर्म्स और आबकारी एक्ट के तहत मामले दर्ज हैं। सभी सदस्य फिलहाल जेल में हैं।
दाऊद इब्राहिम जैसी कार्रवाई का पहला मामला
पुलिस अधिकारियों का कहना है कि इस तरह की कार्रवाई सफेमा (SAFEMA) एक्ट के तहत दाऊद इब्राहिम और इकबाल मिर्ची जैसे अपराधियों पर की गई थी। यह पहली बार है जब छत्तीसगढ़ में इस एक्ट के तहत संपत्ति जब्त की गई है।
सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर पर भी शिकंजा
इस मामले में रायपुर के सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर विक्रांत सरकार का नाम भी सामने आया है। पुलिस ने विक्रांत की कार, मोबाइल और अन्य संपत्तियां जब्त की हैं। उसके सोशल मीडिया पर लाखों फॉलोअर्स हैं। पुलिस अब उसकी पूरी संपत्ति की जांच कर रही है।
अन्य मामलों में भी कार्रवाई की तैयारी
एसपी रजनेश सिंह ने बताया कि नशे के का रोबार से जुड़े अन्य मामलों में भी फाइनेंशियल इन्वेस्टिगेशन की जा रही है। जल्द ही अन्य आरोपियों की संपत्ति जब्त की जाएगी। यह कार्रवाई छत्तीसगढ़ में नशे के खिलाफ सख्त संदेश देने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम है।