राइस मिलर्स की हड़ताल से धान खरीदी प्रभावित: किसानों की बढ़ी मुश्किलें, जल्द समाधान की मांग
छत्तीसगढ़ के रायगढ़ जिले में राइस मिलर्स की हड़ताल के कारण धान खरीदी केंद्रों पर संकट गहरा गया है। जिले के 105 धान खरीदी केंद्रों से धान का उठाव पूरी तरह ठप हो गया है। भंडारण की जगह खत्म होने के कारण किसानों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
भंडारण की समस्या से जूझ रहे किसान
बेलरिया के किसान गिरिविलास पंडा ने बताया कि केंद्रों से धान का उठाव नहीं होने के कारण खरीदी केंद्रों में धान जमा हो रहा है। उन्होंने कहा, “अगर मंडी में जगह होती और धान का समय पर उठाव हो पाता, तो किसानों को यह परेशानी नहीं झेलनी पड़ती। यदि जल्द स्थिति नहीं सुधरी, तो पूरे परिसर में जगह खत्म हो जाएगी।”
महपल्ली के किसान शेषचरण गुप्ता ने भी अपनी चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि राइस मिलर्स धान का उठाव नहीं कर रहे हैं, जिससे मंडी प्रांगण में धान का अंबार लग गया है। तौल में भी दिक्कतें आ रही हैं। “किसानों को सुबह 4 बजे से मंडी पहुंचकर धान बेचने के लिए लाइन में लगना पड़ता है। सरकार को व्यवस्था में सुधार करना चाहिए,” उन्होंने कहा।
सरकार ने दिया भरोसा
सहायक खाद्य अधिकारी सीएम सिदार ने बताया कि जिले में अब तक करीब साढ़े छह लाख क्विंटल धान की खरीदी हो चुकी है। उन्होंने कहा कि नए और पुराने बारदाने सभी जगह उपलब्ध हैं और उठाव के लिए वैकल्पिक व्यवस्था की जा रही है। राइस मिल एसोसिएशन की हड़ताल के बारे में कोई लिखित जानकारी नहीं दी गई है।
उन्होंने यह भी बताया कि जिले की 32 मिलों को उठाव की अनुमति दी जा चुकी है, और स्थिति को जल्द सामान्य करने के लिए प्रयास जारी हैं। सीएमओ से समझौते की प्रक्रिया चल रही है और डीओ (डिलीवरी ऑर्डर) के लिए निवेदन किया गया है।
किसानों की मांग
किसानों ने प्रशासन से जल्द समाधान की मांग की है। उनका कहना है कि अगर हड़ताल के कारण धान का उठाव समय पर नहीं होता, तो स्थिति और विकट हो जाएगी। सरकार से व्यवस्था में सुधार और नए खरीदी केंद्र खोलने की मांग की जा रही है।
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