मेडिकल कॉलेज में पीजी के दो नये कोर्स शुरू होंगे, 4 शहरों में खुलेंगे केंद्रीय विद्यालय
छत्तीसगढ़ सरकार ने राज्य के स्कूल और कॉलेज छात्रों के लिए नई सुविधाएं शुरू करने की घोषणा की है। इन सुविधाओं में मेडिकल कॉलेज में PG कोर्स और प्रदेश के अलग-अलग शहरों मंे 4 नए केंद्रीय विद्यालय शामिल हैं। केंद्रीय विद्यालय शुरू करने की मंजूरी केंद्र सर.CM विष्णुदेव साय ने छत्तीसगढ़ में चार नये केन्द्रीय विद्यालय खोलने की मंजूरी पर प्रधानमंत्री का नरेन्द्र मोदी का आभार व्यक्त किया है।
नये स्वीकृत केन्द्रीय विद्यालय मुंगेली, सूरजपुर, बेमेतरा और जांजगीर-चांपा जिले के हसौद में प्रारंभ होंगे।मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने कहा है कि छत्तीसगढ़ में नये केन्द्रीय विद्यालय के प्रारंभ होने से राज्य के विद्यार्थियों को उच्च स्तरीय एवं गुणवत्तापूर्ण शिक्षा मिलेगी। उन्होंने कहा है कि केन्द्रीय विद्यालय अभिनव शिक्षण पद्धति और नवीनतम अधोसंरचना को लेकर लोकप्रिय है।
छत्तीसगढ़ में इन विद्यालयों के प्रारंभ होने से प्रतिभाशाली विद्यार्थियों को बेहतर शैक्षणिक वातावरण मिलेगा।दूसरी अहम खबर रायगढ़ से है। राज्य में स्वास्थ्य सुविधाओं में विस्तार करने के दावे के साथ प्रदेश सरकार ने एलान किया है। अब चिकित्सा शिक्षा विभाग स्व. लखीराम मेमोरियल शासकीय मेडिकल कॉलेज रायगढ़ में पीजी के 2 नये कोर्स चलाएगा। ये कोर्स प्रसुति एवं स्त्रीरोग विभाग के होंगे। इसमें 4 सीट और चर्मरोग विभाग के लिए 4 सीट की मंजूर की गई है।
स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल ने कहा कि नए पाठ्यक्रमों को मंजूरी दिए जाने पर सीटों में वृद्धि से मेडिकल के छात्रों को लाभ मिलेगा। राज्य में ही पीजी पाठ्यक्रम में प्रवेश की संभावना बढ़ने से छात्रों को राज्य में ही उच्च शिक्षा प्राप्त करने का मौका मिलेगा। कुछ समय पहले भी जनरल सर्जरी के 7, एमडी पीडियाट्रिक्स से 4 और जनरल मेडिसीन के 5 सीट की अनुमति दी गई है।
इन शहरों में खुलेंगे केंद्रीय विद्यालय छत्तीसगढ़ के मुंगेली, सूरजपुर, बेमेतरा व जांजगीर-चांपा जिले में 4 नए केंद्रीय स्कूल खुलेंगे। इसे लेकर भाजपा प्रदेश अध्यक्ष किरणदेव ने कहा कि केंद्र सरकार के इस निर्णय से राज्य के विद्यार्थियों को उच्च गुणवत्ता वाली शिक्षा व बेहतर शैक्षणिक वातावरण मिलेगा। नयी राष्ट्रीय शिक्षा नीति लागू करके एक ओर जहाँ आने वाली पीढ़ी को देश के सांस्कृतिक गौरव का ज्ञान दे रही है, वहीं दूसरी ओर तकनीकी व वैज्ञानिक दृष्टिकोण को बढ़ावा देकर विश्वस्तरीय शिक्षा से जोड़ रही है।
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