बिलासपुर। प्रदेश भर के पटवारियों का अनिश्चित कालीन हड़ताल जारी है ,9 सूत्रीय मांगो को लेकर पटवारियों ने मोर्चा खोल दिया है,जिनका साफ कहना है कि लंबित मांगो को जब तक पूरा नही किया जाएगा
तब तक आंदोलन जारी रहेगा। चाहे इसके लिए आर पार की लड़ाई क्यों न लडनी पड़े। बिलासपुर समेत संभाग के सैकड़ों पटवारी बेमियादी हड़ताल पर चले गए हैं और वे सभी यहां नेहरू चौक में धरने पर बैठ गए हैं। उनकी मांग है कि बिना विभागीय जांच के उनके खिलाफ कोई एफआईआर दर्ज न किया जाए। पदोन्नति के साथ वेतन विसंगति दूर की जाए। नारेबाजी करते हुए उन्होंने चेतावनी दी है कि मांगें पूरी ना होने पर वे सभी उग्र आंदोलन के लिए बाध्य होंगे। राजस्व पटवारी संघ के बैनर पर सैकड़ों पटवारी यहां नेहरू चौक में एकजुट हुए। इसके बाद वे सभी
नारेबाजी करते हुए धरने पर बैठ गए। इनका कहना है कि वे सभी इसके पहले 2 से 13 दिसंबर तक काली पट्टी लगाकर काम करते रहे। मांगे पूरी ना होने पर वे सभी बेमियादी हड़ताल पर चले गए हैं और एकजुट होकर लगातार धरना-प्रदर्शन कर रहे हैं। पटवारियों का कहना है कि कई जगहों पर उनके खिलाफ बिना विभागीय जांच के एफआईआर दर्ज किए जा रहे हैंं। इसके अलावा उनकी विभागीय समस्याएं दूर नहीं हो रही है, जिससे वे सभी परेशान हैं। उनकी बाकी मांगों में भुइयां की समस्या एवं समाधान, वरिष्ठता के आधार पर पदोन्नति, बिना विभागीय जांच के एफआईआर दर्ज न हो, फिक्स टीए, स्टेशनरी भत्ता में बढ़ोतरी,
नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में नक्सल भत्ता, मुख्यालय में निवास की बाध्यता समाप्त करने, अतिरिक्त प्रभार के हल्के का भत्ता देने, वेतन विसंगति दूर करने आदि शामिल हैं। पटवारियो ने कहा कि केबिनेट की बैठक में भी अब तक कोई तय नही हुआ है और मंत्री भी किसी तरह का कोई वायदा नही किये है जिसकी वजह से पटवारियों का हड़ताल।जारी है और अगर इसी तरह का रवैया चलता रहा तो यह आंदोलन इसी तरह जारी रहेगा। फिलहाल एक तरफ पटवारी हड़ताल पर है और मांगो को लेकर मोर्चा खोल चुके है तो दूसरी तरह सरकार ने पटवारियों के जगह पर आरआई काम करने की जिम्मेदारी दी है। जिसकी वजह से मामला काफी गरमा गया है। खैर यह मामला यही पर खत्म नही होता है क्योंकि पटवारियो के हड़ताल से इस सिर्फ राजस्व के नुकसान हो रहा है बल्कि काम भी पूरी तरह से ठप्प पड़ा हुआ है,जिसके कारण
आमजनता को भी भटकना पड़ रहा है। जाहिर है अगर सरकार इनकी मांगो को नही मानी तो आने वाले दिनों में यह और ज्यादा खतरनाक साबित होगा। चूंकि राजस्व का काम सबसे ज्यादा पटवारी ही करते है और इनके बिना कई काम सम्भव नही है जिसकी वजह से आज भी इनके हड़ताल की वजह से लोगो को दिक्कते हो रही है लेकिन सरकार सिर्फ वायदा कर रही है और इनके मामले में गंभीर नही है अगर सरकार गंभीर रहती तो शायद आज बात कुछ और रहती। इस अवसर पर देव कश्यप, सीताराम बंजारा, चंद्रकांत, दिनेश, शमशेर, भागीरथी, पवन विजय ऋषि, विजय भारत, शैलेन्द्र तरुण शिरीन प्रशांत सहित राजस्व निरीक्षक निखिल झा, अशोक सोनी ,राजेश शुक्ला मयंक अरविंद, गजेंद्र,प्रियंका,सविता अश्वनी सहित बड़ी संख्या में राजस्व निरीक्षक संघ बिलासपुर द्वारा नैतिक समर्थन दिया गया। जिन्होंने एक मंच से अपने अपने विचार व्यक्त किये और मांग पूरी नहा होने पर आंदोलन करने की बात कही
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