सक्ती: नगर पंचायत जैजैपुर के तत्कालीन सीएमओ विष्णु प्रसाद गहरवार जो वर्तमान में कसडोल नगर पंचायत में स्वच्छता निरीक्षक के पद में पदस्थ है व नगर पंचायत में पदस्थ बाबू श्याम सुंदर साहू को फर्जीवाड़े में सही पाए जाने पर जांच टीम के द्वारा कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है। दोनों को 3 दिवस के अंदर जवाब प्रस्तुत करने कहा गया है। दोनों के खिलाफ में ठेकेदारों के नाम पर फर्जी तरीके से चेक काटकर राशि डकारने की शिकायत हुई थी।
इन अधिकारियों के खिलाफ शिकायत पर डिप्टी कलेक्टर कुमार विश्वास व पीडब्ल्यूडी एसडीओ राकेश कुमार के नेतृत्व में जांच टीम गठित कर जांच करने के लिए कलेक्टर ने आदेश जारी किया था। आदेश के बाद टीम के द्वारा जांच की गई। इस दौरान जांच में सही पाए जाने पर दोनों के कृत्य छत्तीसगढ़ सिविल अधिनियम सेवा आचरण 1966 के नियम 3 के विपरित पाए जाने पर नोटिस जारी की गई है। माना जा रहा है कि बहुत जल्द दोनों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई भी हो सकती है।
सक्ती जिले के नगर पंचायत जैजैपुर में अध्यक्ष की जानकारी के बिना तत्कालीन सीएमओ विष्णु प्रसाद और बाबू श्याम सुंदर साहू द्वारा मिलीभगत कर करोड़ों रुपये की राशि निकालकर गबन करने की शिकायत हुई थी।शिकायत के बाद कलेक्टर ने संज्ञान लिया और पूरे मामले के जांच के निर्देश दिए। जिसके बाद संयुक्त कलेक्टर कुमार विश्वास व पीडब्ल्यूडी एसडीओ की टीम नगर पंचायत जैजैपुर पहुँची और सभी दस्तावेजों की बारीकी से जांच की जा रही थी।
आपको बता दें कि जैजैपुर सीएमओ और बाबू ने मिलकर 49-49 हजार के करोड़ों रूपये के चेक गलत तरीके से बिना अध्यक्ष व ठेकेदारों के जानकारी के बिना काटने के आरोप नगर पंचायत अध्यक्ष सोनसाय देवांगन ने शिकायत की थी। जिस पर जांच टीम गठित कर जांच की जा रही थी। जांच में फर्जीवाड़े सही पाया गया है। फर्जीवाड़े करने के लिए कैश बुक में बार बार सफेदा का प्रयोग किया गया है, साथ ही वाउचर कैश बुक के अनुसार भी नहीं है। इस पर दोनों को अब कारण बताओ नोटिस जारी कर 3 दिवस के अंदर जवाब प्रस्तुत करने कहा गया है।
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