लॉरेन्स बिश्नोई का भाई अनमोल बिश्नोई
बाबा सिद्दीकी हत्याकांड में बड़ा अपडेट सामने आया है जिससे पता चलता है कि बाबा सिद्दकी हत्याकांड के पीछे साबरमती जेल में बन्द गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई गैंग का हाथ है। इस बात की तस्दीक कोर्ट में भी सरकारी वकील कर चुके है और लॉरेंस गैंग का गुर्गा शुबम लोंकर भी फेसबुक पोस्ट पर इस हत्याकांड की जिम्मेदारी ले चुका है। अब पता चला है कि लॉरेंस के सगे भाई अनमोल बिश्नोई से शूटर्स की बात हुई थी। इस हत्याकांड के बाद शूटर्स के मोबाइल फोन में कुछ ऐसी चीजें मिली है जिससे इस हत्या में सीधा लॉरेंस और उसके गैंग का नाम सामने आया है।
दरअसल शूटर्स ने लॉरेंस बिश्नोई के सगे भाई अनमोल बिश्नोई जो कनाडा में रहता है उससे हत्या से पहले बात की थी। उसने शूटर्स से एक मैसेजिंग ऐप पर बातचीत की थी और अनमोल बिश्नोई ने शूटर्स को बाबा सिद्दीकी और उनके बेटे विधायक जीशान सिद्दीकी की फोटो भी इस ऐप के जरिए भेजकर उनकी हत्या की सुपारी दी थी।
मोबाइल फोन से खुलते जा रहे हैं राज
शूटर्स ने वैसे तो काफी चैट्स डिलीट कर दी थी लेकिन अनमोल बिश्नोई नाम से हुई चैट के कुछ हिस्से बरामद हुए हैं, जिसको लेकर मुम्बई पुलिस ने ये जानकारी स्पेशल सेल से भी साझा की है और जिस अनमोल बिश्नोई नाम से शूटर्स की चैट हुई है उसको वेरिफाई किया जा रहा है कि ये अनमोल बिश्नोई ही है जो कनाडा में रहता है। ये भी कि जिस नंबर से शूटर्स की बात हुई है जिसमें बाबा सिद्दकी और जीशान की फोटो भेजी गई है वो नंबर भी विदेश का नंबर है।
शूटर्स के फोन से कुछ फोटो भी शूटर्स के मिले हैं, जिसमे शूटर्स के हाथ मे गन है। सूत्रों के मुताबिक ये फोटो 13 सितंबर की है। बता दें कि पूछताछ में शूटर्स ने कबूला है कि बाबा सिद्दीकी की हत्या करने से पहले शूटर्स ने गन चलाने की प्रैक्टिस भी की थी।
अबतक हो चुकी है इन सबकी गिरफ्तारी
इस हत्याकांड में गुरमेल सिंह, धर्मराज कश्यप गिरफ्तार किए जा चुके है और शिवकुमार गौतम अभी फरार चल रहा है। साथ ही फेसबुक पर दावा करने वाले शुबम लोंकर के भाई प्रवीण को भी मुम्बई पुलिस ने पुणे से गिरफ्तार किया है। इस मामले में कुछ और लोगों की भी गिरफ्तारी हुई है। 13 सितंबर को शूटर्स ने मुंबई में फायरिंग की प्रैक्टिस की थी उससे जुड़ी कुछ तस्वीरें भी पुलिस ने रिकवर की हैं। शूटर्स ने कहा कि बाबा सिद्दीकी और जीशान को टारगेट करने के लिए रेकी की थी। कुर्ला में किराए के घर पर शूटर्स से मिलने कौन कौन आता जाता था, ये काफी सारी बातें सामने आ चुकी हैं।
सूत्रों के मुताबिक इस केस को आधिकरिक तौर पर मुंबई पुलिस हैंडल कर रही है लेकिन दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल भी मुम्बई पुलिस के साथ मिलकर इस कांट्रेक्ट किलिंग की जड़ो तक पहुंचना चाहती है ताकि टेक्निकल एविडेन्स के साथ लॉरेंस गैंग पर शिकंजा कसा जा सके।
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