बिलासपुरवासी अनिश्चितक किसान विरोधी कृषि कानून के विरोध में नेहरू चौक में धरना प्रदर्शन किया गया

राजेन्द्र देवांगन
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किसान आंदोलन के समर्थन में उतरे बिलासपुरवासी
अनिश्चितकालीन अखंड धरना कि हुई शुरुवा
बिलासपुर केंद्र सरकार के किसान विरोधी कृषि कानून के विरोध में हरियाणा,पंजाब के किसानो के साथ देशभर के किसान लगातार 24 दिनों से देश की राजधानी दिल्ली बार्डर पर तीनों कृषि कानून बिलवापस लेने को लेकर आंदोलनरत है इसी कड़ी में देश के अन्नदाता किसान को समर्थन देते हुए छत्तीसगढ़ के न्यायधानी बिलासपुर में भी शहर के प्रबुधजन और शहर से लगे ग्रामीण क्षेत्र के किसान हम भारत के बैनरतले नेहरू चौक में किसान बिल वापसी तक अनिश्चित कालीन आंदोलन/धरना प्रदर्शन की शुरुवात आज दिन 21 दिसम्बर से किए है।
बिलासपुर का यह आंदोलन पंजाब सहित देशभर के किसानो को न्याय मिलते तक अनवरत चलता रहेगा जिसमें जिले सभी किसान व सामाजिक संगठन प्रत्येक दिवस क्रमिक रूप से दोपहर 2 बजे से 5 बजे तक शामिल होगें। आज प्रथम दिवस के आंदोलन में आयोजनकर्ता संगठन हम भारत के लोग शामिल हुए जिसे अन्य सामाजिक व कर्मचारी संगठनों ने धरना स्थल में आकर समर्थन दिया जिसमे पटवारी संघ व सचिव संघ प्रमुख है आज के आंदोलन में प्रबुधजनो के उद्बोधन की कड़ी में आंदोलन के संयोजक श्याम मूरत कौशिक, सलीम काजी अधिवक्ता, अशोक शिरोडे, महावीर सिंह, अधिवक्ता लखन सिंह, पवन शर्मा,ने अपनी बात रखे सभी वक्ताओं ने केंद्र के मोदी सरकार की किसान और आम आदमी विरोधी कानून की भर्त्सना करते हुए उन्हें बिना शर्त वापसी की मांग किए।
आज के धरना में मुख्यरूप से शिव सारथी, श्याम मूरत कौशिक, सालिकराम यादव, लखन सिंह अधिवक्ता, सिख समाज के प्रतिनिधि महावीर सिंह, कम्युनिस्ट पार्टी के पवन शर्मा, मनीष गड़ेवाल (एम आई सी सदस्य) सुरेश टंडन(पार्षद) श्याम पटेल ( पार्षद) , रामाराव, धीरज शर्मा, जीशान, अजय राय, हेमलता साहू, पूजा प्रजापति, विजयलता सोनी, कुणाल रामटेके, संजीत वर्मन, प्रफुल्ल कौशिक, हेमंत कौशिक, रमेश कश्यप, थानेश्वर सिंह, किसान नेता गोरी शंकर कौशिक,
परविंदर सिंह, आसिफ हुसेन, संजय प्रकाश साव,भारतीय किसान पार्टी (छग) लोग धरने में शामिल हुए।

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