अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी ने महाराष्ट्र चुनाव को लेकर छत्तीसगढ़ के दो कांग्रेस नेताओं को बड़ी जिम्मेदारी दी है, पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और पूर्व उपमुख्यमंत्री टी एस सिंहदेव को वरिष्ठ पर्यवेक्षक बनाए गए हैं। प्रदेश प्रभारी सचिन पायलट को भी मराठवाड.AICC ने भूपेश बघेल को नागपुर और टी एस सिंहदेव को पश्चिमी महाराष्ट्र की जिम्मेदारी दी है।
पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और पूर्व उपमुख्यमंत्री टी एस सिंहदेव महाराष्ट्र चुनाव में वरिष्ठ पर्यवेक्षक बनाए गए हैं।इन 11 सीनियर नेताओं को मिली जिम्मेदारीकांग्रेस ने महाराष्ट्र में बड़े नेताओं की फौज उतार दी है, अशोक गहलोत, सचिन पायलट, भूपेश बघेल, टी एस सिंहदेव, पूर्व सीएम चरणजीत सिंह चन्नी, उमंग सिंघार, कर्नाटक के गृह मंत्री जी परमेश्वर, कर्नाटक के मंत्री एमबी पाटिल, तेलंगाना के मंत्री उत्तम रेड्डी, डी अनुसूया सीथाक्का और राज्यसभा सांसद नासिर हुस्सैन को जिम्मेदारी दी गई है।बघेल के साथ चन्नी और सिंघार को भी जिम्मा भूपेश बघेल को विदर्भ अमरावती/नागपुर की जिम्मेदारी मिली हैं, उनके साथ पंजाब के पूर्व सीएम चरणजीत सिंह चन्नी और मध्य प्रदेश के नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार भी कमान सभालेंगे।
विदर्भ इलाका कांग्रेस का गढ़ माना जाता है, विदर्भ ओबीसी, दलित और आदिवासी बाहुल्य इलाका है। पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने सोशल मीडिया में किया पोस्ट महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के जिम्मेदारी मिलने पर बघेल ने अपने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट शेयर किया जिसमें लिखा- लिए पार्टी ने विदर्भ क्षेत्र के पर्यवेक्षक का दायित्व दिया है। महाराष्ट्र की जनता ने पिछली बार “महाविकास अघाड़ी” की सरकार चुनी थी, पर इस जीत को चुरा लिया गया। इस बार लोकतंत्र के विश्वास घातियों को जनता ठीक तरह से सबक सिखाएगी।एनसीपी-शिवसेना के गढ़ में सिंहदेव की ड्यूटी पीसीसी के सीनियर नेता टी एस सिंह देव को पश्चिमी महाराष्ट्र का जिम्मा सौंपा गया हैं, उनके साथ कर्नाटक के मंत्री एमबी पाटिल को भी मैदान में उतारा गया है। पश्चिमी महाराष्ट्र शिवसेना और एनसीपी का गढ़ माना जाता रहा है, पिछली बार एनसीपी ने यहां की 70 में से 27 सीटों पर जीत दर्ज की थी।
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