सूरजपुर में एक दिन पहले हेड कांस्टेबल तालिब शेख की पत्नी और बेटी की हत्या के मामले में आरोपी कुलदीप साहू को बलरामपुर पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने आरोपी को तब दबोच लिया, जब वह झारखंड से बस से अंबिकापुर लौट रहा था। तालिब की पत्नी मेहू फैज की बॉ.यानी दोनों पर 60 बार हमला किया गया। इधर, मंगलवार को तालिब की पत्नी और बेटी का उनके गृहनगर मनेंद्रगढ़ में घर से एक साथ जनाजा निकाला गया।
एसपी ने भी जनाजे को कंधा दिया। फिर महौरापुरा कब्रिस्तान में उन्हें सुपुर्द-ए-खाक किया गया।बलरामपुर एसपी वैभव वेंकर ने आरोपी कुलदीप साहू के गिरफ्तारी की पुष्टि की है। एसपी ने बताया कि घटना के बाद से ही आरोपी की लोकेशन लगातार ट्रेस की जा रही थी। इसी बीच खबर मिली कि आरोपी झारखंड के गोदर माना से बस से अंबिकापुर आ रहा है। पुलिस वहीं से उसका पीछा कर रही थी। बलरामपुर पहुंचते ही उसे पकड़ लिया गया।आरोपी को सूरजपुर पुलिस को सौंप दिया गया है।
देर शाम उसे सूरजपुर लाया गया, जहां उससे पूछताछ की जा रही है। इसके अलावा उसके कुछ साथियों को भी हिरासत में लिया गया है। इधर, घटना को लेकर शहर में आक्रोश का माहौल लगातार बना हुआ है। दूसरे दिन बाजार खुले लेकिन चहल-पहल नहीं थी।आरोपी की गिरफ्तारी को लेकर दिन भर लोग पता लगाने में जुटे रहे। शाम को जैसे ही पता चला कि आरोपी को पकड़ लिया गया है, थाने के बाहर लोगों की भीड़ जमा हो गई।
माहौल को देखते हुए पूरे इलाके में पुलिस के जवान तैनात किए गए हैं। चौक-चौराहों से लेकर आरोपी के घर के बाहर पुलिस तैनात है। आईजी अंकित गर्ग, एसपी मेलाराम आहिरे दिन भर स्थिति पर नजर बनाए रहे।टीआई भी निशाने पर: हेड कांस्टेबलहेड कांस्टेबल तालिब ने बताया कि आरोपी से मेरा कोई निजी विवाद नहीं था। तीन साल में कभी आमने-सामने विवाद की स्थिति नहीं बनी थी।
आपराधिक मामले में एक के बाद एक कई कार्रवाइयों की वजह से टीआई विमलेश दुबे उसके टारगेट पर थे। आरक्षक पर खौलता तेल डालने के बाद आरोपी को पता था कि थाने की टीम उसे पकड़ने के लिए पैदल मार्च करके उसके घर आएगी, क्योंकि इसके पहले भी उसके साथ ऐसा कई बार हो चुका था।थाने से हम लोग निकल रहे थे, इसी बीच फोन आया कि कुलदीप की गाड़ी सीएसपी कार्यालय के बाहर रोड किनारे खड़ी है। दूर से गाड़ी में कुलदीप दिख नहीं रहा था, वह सीट को झुकाकर लेटा हुआ था। हम लोग जैसे ही वहां पहुंचे, उसने गाड़ी स्टार्ट कर हम लोगों को कुचलने का प्रयास किया।
किसी तरह हम लोगों ने इधर-उधर छलांग लगाकर अपनी जान बचाई। यहां से वह भाग निकला।पता चला कि मनेंद्रगढ़ रोड में भागा है। हम लोग उसका पीछा करते हुए भैयाथान रोड पर बढ़े, जबकि वह सीधे मेरे घर पहुंच गया। अगर हम लोग दूसरे रास्ते में नहीं गए होते तो वह पकड़ा गया होता।
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