भाजपा सरकार से चुनावी घोषणा पत्र के अनुरूप केन्द्र की तरह 4% महंगाई भत्ता समेत 4 मांगों को लेकर जिलेभर के सरकारी अधिकारी-कर्मचारियों ने शुक्रवार को काम बंद, कलम बंद प्रदर्शन किया। कोतवाली स्थित गांधी मैदान में करीब 3 घंटे धरना देकर भाजपा सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। 36 संगठनों के इस प्रदर्शन में शिक्षक भी शामिल हुए। इस वजह से सरकारी स्कूलों में पढ़ाई ठप रहा।
अधिकांश स्कूलों के ताला निर्धारित समय पर खुला, लेकिन बच्चे मध्याह्न भोजन कर घर लौट गए। दोपहर 1 बजे तक प्राय: सभी स्कूलों में ताला लटक गया था। इधर सरकारी कामकाज भी प्रभावित रहा है। जिला स्तरीय धरना-प्रदर्शन गांधी मैदान में हुआ, जहां कुरुद, नगरी, मगरलोड, भखारा के सरकारी कर्मचारी शामिल हुए थे।भास्कर टीम ने कलेक्टोरेट के सरकारी दफ्तरों की पड़ताल की, तो अधिकारी-कर्मचारियों की हड़ताल के कारण सरकारी दफ्तरों में सन्नाटा रहा।
कलेक्टोरेट के 20 नंबर कमरा में सन्नाटा रहा। इधर शनिवार व रविवार सरकारी अवकाश है, इस वजह से दूर-दराज से लोग शुक्रवार को काम लेकर कलेक्टोरेट पहुंचे, लेकिन अधिकारी-कर्मचारियों के हड़ताल के कारण कामकाज ठप रहा। नगरी के खड़ादाह से धनंजय ध्रुव, देवकन्या राशन कार्ड से नाम कटाने आए थे, लेकिन खाद्य विभाग में कर्मचारी नहीं थे। दोपहर 12 बजे से दोपहर 2 बजे तक कई लोग विभाग काम लेकर आए थे, जिन्हें वापस लौटना पड़ा।
संगठन नेताओं की ये है मांगें जुलाई-2019 से देय तिथि से कर्मचारियों को महंगाई भत्ता के एरियर्स राशि का समायोजन जीपीएफ खाते में किया जाए। केन्द्र के समान गृहभाड़ा देने के साथ ही मध्यप्रदेश सरकार की तरह छत्तीसगढ़ में भी अर्जित अवकाश नगदीकरण 240 दिन के स्थान पर 300 दिन किया जाए। भाजपा घोषणा पत्र अनुसार चार स्तरीय समयमान वेतनमान की मांग शामिल है।
हड़ताल के कारण जिले के सरकारी स्कूलों में आयोजित तिमाही परीक्षा स्थगित हो गई। शुक्रवार को स्कूल तो खुले, पर बच्चे मध्याह्न भोजन खाकर घर लौट गए। दोपहर बाद स्कूलों में ताला लटक गया। जालमपुर के स्कूल में 1 बजे ही ताला लग गया था। शाला क्रमांक-1 में दोपहर 1.46 बजे ताला नजर आया।
शाला में ताला लगा मिला।दावा: 2500 कर्मचारी जुटे {गांधी मैदान का साइज- 85 डिसमिल से 1 एकड़ {मैदान का क्षमता- 1400 लोगों की {प्रवक्ता का दावा- 2500 से अधिक लोग जुटे {सरकारी अनुमान- 600 {धमतरी में कुल संगठन- 36 {अधिकारी-कर्मचारियों की संख्या- 10000