एसडीएओ सूर्यकांत सोनी ने बताया कि रात भर कुदमुरा जंगल में रूकने के बाद 60 हाथी वापस धरमजयगढ़ रेंज की ओर चले गए हैं। वर्तमान में कोरबा वनमंडल के कुदमुरा रेंज में एक मात्र हाथी विचरण कर रहा है। अधिकारी ने बताया कि दल कभी भी वापस आ सकते हैं, ग्रामीणों को जंगल की ओर न जाने के लिए कहा जा रहा है।
कोरबा: बुधवार की देर शाम को रायगढ़ के धरमजयगढ़ वन परिक्षेत्र से 58 हाथियों का दल कोरबा वनमंडल के कुदमुरा वन परिक्षेत्र में पहुंच गया था। आठ घंटे तक विचरण करने के बाद गुरूवार की सुबह छह बजे सभी हाथी वापस धरमजयगढ़ लौट गए। कोरबा वन मंडल में पहले से तीन हाथी विचरण कर रहे थे। इनमें पांच लोगों की जान लेने वाले सहित दो हाथी भी वापस लौटने वाले दल में शामिल हो गए हैं। कोरबा वन परिक्षेत्र में वर्तमान में केवल एक हाथी विचरण कर रहा है। वन क्षेत्र में हाथियों की संख्या कम होने से अधिकारियों ने राहत की सांस ली है।
कोरबा वन मंडल पखवाड़े भर से तीन लोनर हाथी विचरण कर रहे थे। इनमें दो लोनर एक साथ थे। वहीं एक लोनर अकेला घूम रहा था। धरमजयगढ़ वन मंडल ने 58 हाथियाें के आ जाने से कोरबा वन मंडल में हाथियों की संख्या 61 हो गई थी। एक साथ खासी संख्या हाथियों के जंगल में विचरण से ग्रामीणों में भय का माहौल देखा जा रहा था। वन विभाग की ओर से हाथियाें पर सतत निगरानी के साथ आसपास के ग्रामीणों को जंगल की ओर न जाने के लिए कहा जा रहा था। 58 हाथी के दल में एक साथ विचरण कर रहे दो लोन भी शामिल हो गए।
हाथियों पर पथराव का वीडियो पसान का नहीं
कटघोरा वन मंडल के केंदई रेंज में पिछले सप्ताह भर एक साथ विचरण कर रहे 50 हाथी अब तीन दल में बंट गए हैं। आठ हाथी अभी भी कोरबी के खुर्रूपारा जंगल में विचरण कर रहे हैं। 10 हाथी पसान के सेमराहा जंगल में हैं। शेष 32 हाथी एतमानगर पहुंच गए हैं। गुरूवार को पसान क्षेत्र में हाथियों पर पथराव करते व पटाखा फोड़कर खदेड़ने का वीडियो इंटरनेट मीडिया में वायरल हो रहा था। इस संबंध में वन परिक्षेत्राधिकारी रामनिवास दहायत ने बताया कि पसान वन परिक्षेत्र के नाम से वीडियो वायरल किया जा रहा है। हाथियों के दल पर सतत निगरानी की जा रही है।
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